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निजी ट्रांसपोर्टर्स ने उठाई मांग, कहा- गुजरात की तर्ज पर सरकार करे तीन महीने का टैक्स माफ

कोरोना संक्रमण के बीच राज्य के निजी बस ऑपरेटरों ने सरकार से तीन महीने का टैक्स माफ करने की मांग की है. उन्होंने कहा इस हालात में बस चलाना चुनौतीभरा हो गया है.

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निजी ट्रांसपोर्टर्स ने उठाई मांग
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Published : May 29, 2021, 8:51 PM IST

जयपुर. कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने सख्त लॉकडाउन लागू कर रखा है. इसके तहत निजी और सार्वजनिक वाहनों के संचालन पर भी रोक लगा रखी है. इसका असर ट्रांसपोर्टर्स पर पड़ रहा है. बसें बंद होने से परेशान ट्रांसपोर्टर्स ने राज्य सरकार से राहत पैकेज देने की मांग की है. उन्होंने गुजरात की तर्ज पर तीन महीने का टैक्स माफ करने की मांग की है.

निजी ट्रांसपोर्टर्स ने उठाई मांग

दरअसल, प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की परेशानी को देखते हुए गुजरात सरकार ने तीन महीने का टैक्स माफ किया था. जिसके बाद अब राजस्थान में भी ट्रांसपोर्टर्स की ओर से तीन महीने का टैक्स माफ करने की मांग उठा रहे हैं. ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि बीते वर्ष लगे लॉकडाउन से ही स्थिति खराब चल रही है. बसों का संचालन पूर्ण रूप से नहीं हो पा रहा है. कोरोना के कारण बीते वर्ष से बसों को सड़क पर चलाना काफी चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है.

पढ़ें: Corruption in Vaccination : धौलपुर में ग्रामीणों से आधार कार्ड लेकर 'रिकॉर्ड' में लगा दी वैक्सीन...अब शिकायत वापस लेने की धमकी

इसे देखते हुए राजस्थान सरकार पिछले वर्ष की तरह ही 3 महीने का टैक्स माफ करे. साथ ही राहत पैकेज जारी करे. जिससे ट्रांसपोर्टर्स को राहत मिल सके. जयपुर स्टेट कैरिज बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष से ही ट्रांसपोर्टर्स की बसें खड़ी हुई हैं.

उन्होंने कहा कि लगातार मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री से मांग की जा रही है कि बसों का टैक्स माफ करें और चालक परिचालकों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करें. लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया गया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलता है तो भी बसों का संचालन करना किसी चुनौती से कम नहीं है.

जयपुर. कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने सख्त लॉकडाउन लागू कर रखा है. इसके तहत निजी और सार्वजनिक वाहनों के संचालन पर भी रोक लगा रखी है. इसका असर ट्रांसपोर्टर्स पर पड़ रहा है. बसें बंद होने से परेशान ट्रांसपोर्टर्स ने राज्य सरकार से राहत पैकेज देने की मांग की है. उन्होंने गुजरात की तर्ज पर तीन महीने का टैक्स माफ करने की मांग की है.

निजी ट्रांसपोर्टर्स ने उठाई मांग

दरअसल, प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की परेशानी को देखते हुए गुजरात सरकार ने तीन महीने का टैक्स माफ किया था. जिसके बाद अब राजस्थान में भी ट्रांसपोर्टर्स की ओर से तीन महीने का टैक्स माफ करने की मांग उठा रहे हैं. ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि बीते वर्ष लगे लॉकडाउन से ही स्थिति खराब चल रही है. बसों का संचालन पूर्ण रूप से नहीं हो पा रहा है. कोरोना के कारण बीते वर्ष से बसों को सड़क पर चलाना काफी चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है.

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इसे देखते हुए राजस्थान सरकार पिछले वर्ष की तरह ही 3 महीने का टैक्स माफ करे. साथ ही राहत पैकेज जारी करे. जिससे ट्रांसपोर्टर्स को राहत मिल सके. जयपुर स्टेट कैरिज बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष से ही ट्रांसपोर्टर्स की बसें खड़ी हुई हैं.

उन्होंने कहा कि लगातार मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री से मांग की जा रही है कि बसों का टैक्स माफ करें और चालक परिचालकों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करें. लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया गया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलता है तो भी बसों का संचालन करना किसी चुनौती से कम नहीं है.

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