जयपुर. पवित्र महीने रमजान का आखिरी जुमा शुक्रवार को रहा. रमजान के इस जुमे को जुमा तुल विदा और अलविदा जुमा कहा जाता है. अलविदा जुमे के मौके पर जुम्मे की विशेष नमाज मस्जिदों, दरगाहो और जामा मस्जिद में अदा की गई.
इस नमाज को पढ़ने के लिए लाखों की तादात में नमाजी जामा मस्जिद पहुंचते हैं. लेकिन इस बार दूसरी बार ऐसा हुआ जब कोरोनावायरस की वजह से जयपुर के जौहरी बाजार इलाके में स्थित जामा मस्जिद में सामूहिक नमाज नहीं पढ़ी गई.
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जितने लोगों को यहां पर नमाज पढ़ने के लिए मुकर्रर किया गया था उन्हीं लोगों ने यहां पर नमाज पढ़ी. जयपुर की ज्यादातर मस्जिदों के दर पर ताला लगा हुआ नजर आया. पुलिस के जवान भी गश्त करते हुए नजर आए.
जामा मस्जिद में खुतबे की अजान 1 बजे पढ़ी गई. जामा मस्जिद के पेश इमाम मुफ्ती सैयद अमजद अली ने 1 बजकर 10 मिनट पर नमाज की नीयत करवाई और कोरोना के खात्मे की दुआ हुई. मस्जिद के इमाम हजरत अली ने रमजान के रोजे की विशेषताएं बयान करते हुए कहा कि रोजा रखकर इबादत करने का सवाब अल्लाह के नजर में अलग ही है.