जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में सवा साल पहले जिन पार्षदों और विधायकों ने मुनेश गुर्जर को मेयर की कुर्सी पर बैठाया था. अब वे ही उन्हें हटाने में लगे हुए हैं. इस बीच विपक्ष ने (BJP on controversy over mayor post) कांग्रेस पर धर्म के आधार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस खुद की खोदी हुई खाई में गिरेगी. वहीं मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पार्षद दल की मीटिंग में फैसला लेने की बात कही है.
खाचरियावास ने कहा कि पार्षदों को अपनी बात कहने और नाराजगी व्यक्त करने का हक है. पार्षद दल की मीटिंग बुलाकर सभी की बात सुनेंगे. उनकी नाराजगी दूर कर समस्या का समाधान करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्षद और मेयर एक परिवार है. पार्षदों को नाराजगी है, उन्होंने शिकायत पहुंचाई है. इसलिए अब पार्षद दल की मीटिंग बुलाकर सबको साथ बिठाकर समस्या का समाधान करेंगे.
मेयर की कुर्सी पर नाम बदल होने के सवाल पर खाचरियावास ने कहा कि ये बाद की बात है. पहले पार्षद दल की मीटिंग होकर ये तो सामने आए कि मामला कितना गंभीर है. वर्तमान में हेरिटेज निगम के बोर्ड में 47 पार्षद कांग्रेस के हैं और 8 निर्दलीय पार्षद हैं. सभी बहुत नाराज हैं. पार्षद दल की बैठक में बातचीत कर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की जाएगी.
पढ़ें: जयपुर हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर के पति पर सरकारी ऑफिस का दुरुपयोग और अनावश्यक हस्तक्षेप का आरोप
उधर, विपक्ष ने कहा कि हेरिटेज निगम में धर्म के आधार पर काम हो रहे हैं. भाजपा के वार्डों में 45 सफाई कर्मचारी और कांग्रेस के वार्डों में 55 सफाई कर्मचारी लगाए जा रहे हैं. अल्पसंख्यक अपने वर्ग में से महापौर बनाने की मांग कर रहे हैं. ये कांग्रेस की खोदी हुई खाई है, जिसमें वो खुद गिरेगी. उन्होंने धर्म के नाम पर वोट मांगे, जो अपराध है.
आपको बता दें कि हेरिटेज नगर निगम में कांग्रेस बोर्ड में पहले भी अल्पसंख्यक समुदाय से महापौर बनाने की मांग उठी थी. वही मांग अब एक बार फिर सुनाई दे रही है. हालांकि इस मांग पर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के विधायक कुछ खास रुचि नहीं दिखा रहे.