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इतिहास को सरकार के हिसाब से नहीं बदला जा सकता : प्रताप सिंह खाचरियावास

शिक्षामंत्री डोटासरा के जौहर का चित्र हटाने के बयान पर कांग्रेस के ही मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जौहर और सती प्रथा अलग-अलग है. इतिहास को सरकार के हिसाब से बदला नहीं जा सकता है. और ना तो अभी जौहर का चित्र हटा है, और ना ही सरकारी स्तर पर कोई निर्णय हुआ है.

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Published : May 16, 2019, 5:44 PM IST

प्रताप सिंह खाचरियावास, परिवहन मंत्री

जयपुर. प्रदेश में इन दिनों पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर जबरदस्त विवाद छिड़ा हुआ है. इसमें एक विवाद चित्तौड़ की महारानी पद्मिनी के जौहर से भी जुड़ा है. दरअसल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बयान दिया था कि सती प्रथा और जौहर एक समान है. जो बच्चों को नहीं पढ़ाया जा सकता है. अब तक इस बयान पर केवल भाजपा की ओर से ही डोटासरा को विरोध झेलना पड़ रहा था. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी के अंदर से ही जौहर का चित्र हटाने के बयान का विरोध शुरू हो गया है.

इतिहास को सरकार के हिसाब से नहीं बदला जा सकता : प्रताप सिंह खाचरियावास

दरअसल, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि देश में जौहर नारी शक्ति के बलिदान का परिचायक है. इसलिए देश में जौहर की पूजा होती रही है, मैं खुद भी जौहर की पूजा करता हूं. चित्तौड़ में रानी पद्मिनी के साथ 16 हजार महिलाओं का जौहर नारी के बलिदान को प्रदर्शित करता है. इतिहास को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. इतिहास बदला नहीं जा सकता है. खाचरियावास ने कहा कि जौहर को लेकर मंत्री डोटासरा का बयान व्यक्तिगत बयान हो सकता है.

प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हर किसी को समझना चाहिए कि सती प्रथा अलग है. और जौहर अलग है. इतिहास को सरकार के हिसाब से नहीं बदला जा सकता है. मैं कहना चाहता हूं कि हमारा इतिहास पार्टी में नहीं बांटा जा सकता है. जौहर हो चुका है और देश में इसकी पूजा होती है और होती रहेगी. इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. वहीं किताब से जौहर का चित्र हटाने के सवाल पर खाचरियावास ने कहा कि अभी तक ना तो किताब से जौहर का चित्र हटा है, और ना ही कोई ऐसा निर्णय सरकारी स्तर पर हुआ है.

जयपुर. प्रदेश में इन दिनों पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर जबरदस्त विवाद छिड़ा हुआ है. इसमें एक विवाद चित्तौड़ की महारानी पद्मिनी के जौहर से भी जुड़ा है. दरअसल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बयान दिया था कि सती प्रथा और जौहर एक समान है. जो बच्चों को नहीं पढ़ाया जा सकता है. अब तक इस बयान पर केवल भाजपा की ओर से ही डोटासरा को विरोध झेलना पड़ रहा था. लेकिन अब कांग्रेस पार्टी के अंदर से ही जौहर का चित्र हटाने के बयान का विरोध शुरू हो गया है.

इतिहास को सरकार के हिसाब से नहीं बदला जा सकता : प्रताप सिंह खाचरियावास

दरअसल, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि देश में जौहर नारी शक्ति के बलिदान का परिचायक है. इसलिए देश में जौहर की पूजा होती रही है, मैं खुद भी जौहर की पूजा करता हूं. चित्तौड़ में रानी पद्मिनी के साथ 16 हजार महिलाओं का जौहर नारी के बलिदान को प्रदर्शित करता है. इतिहास को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. इतिहास बदला नहीं जा सकता है. खाचरियावास ने कहा कि जौहर को लेकर मंत्री डोटासरा का बयान व्यक्तिगत बयान हो सकता है.

प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हर किसी को समझना चाहिए कि सती प्रथा अलग है. और जौहर अलग है. इतिहास को सरकार के हिसाब से नहीं बदला जा सकता है. मैं कहना चाहता हूं कि हमारा इतिहास पार्टी में नहीं बांटा जा सकता है. जौहर हो चुका है और देश में इसकी पूजा होती है और होती रहेगी. इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. वहीं किताब से जौहर का चित्र हटाने के सवाल पर खाचरियावास ने कहा कि अभी तक ना तो किताब से जौहर का चित्र हटा है, और ना ही कोई ऐसा निर्णय सरकारी स्तर पर हुआ है.

Intro:जोहर का चित्र पाठ्यक्रम से हटाने पर कांग्रेस के मंत्री ही आमने सामने मंत्री प्रताप बोले जौहर और सती प्रथा अलग अलग जोहर कि मैं भी पूजा करता हूं इतिहास को कांग्रेस भाजपा में नहीं बांटा जा सकता ना तो अभी जोहर का पन्ना बदला है ना ही इसका कोई निर्णय हुआ है मंत्री डोटासरा की होगी व्यक्तिगत राय


Body:राजस्थान में इन दिनों पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर जबरदस्त विवाद छिड़ा हुआ है लेकिन इसमें एक विवाद चित्तौड़ की महारानी पद्मिनी के जोहर से भी जुड़ा हुआ है दरअसल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में कहा था की सती प्रथा और जो हर एक समान है और बच्चों को यह नहीं पढ़ाया जा सकता है अब तक इस बयान पर केवल भाजपा की ओर से ही पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और पूर्व विधायक दीया कुमारी का विरोध गोविंद डोटासरा को झेलना पड़ रहा था लेकिन अब कांग्रेस पार्टी के अंदर से ही जोहर का चित्र हटाने विरोध शुरू हो गया है और वह भी कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की ओर से प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि देश में जो हर नारी शक्ति के बलिदान का परिचायक है जोहर की पूजा इस देश में होती रही है और मैं खुद जोहर की पूजा करता हूं चित्तौड़ में पद्मनी के साथ 16000 महिलाओं का जौहर इस देश में हरि के बलिदान को प्रदर्शित करती है सिंह ने कहा कि जो हर को लेकर मंत्री डोटासरा का बयान व्यक्तिगत बयान हो सकता है लेकिन हर किसी को यह समझना चाहिए कि सती प्रथा अलग है और जो हर अलग है और हमें समझना होगा कि इतिहास को सरकारों के हिसाब से नहीं बदला जा सकता है यदि कांग्रेस भाजपा के नेता इस तरीके की बात करते हैं तो मैं सब से यह कहना चाहता हूं कि हमारा इतिहास पार्टी में नहीं बांटा जा सकता जो हर हो चुका है उसकी देश में पूजा होती है होती रहेगी नेताओं के झगड़े झगड़े में इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए प्रताप सिंह ने कहा कि अभी तक ना तो किसी किताब से जोहर का पेज हटा है और ना ही कोई ऐसा निर्णय सरकारी स्तर पर हुआ है जोहर का सम्मान मैं भी करता हूं और हर कोई करता है और नारी शक्ति का सम्मान करना इस देश की परंपरा रही है पन्ने हटाने या 1-2 लाइन जोड़ने से इतिहास नहीं बदला जा सकता है सती प्रथा अलग थी और जोहर अलग था
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