जयपुर. प्रदेश में कमजोर तबके, निराश्रित और जरूरतमंद परिवारों को सूखा राशन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए कम अवधि में बार-बार व्यवस्था करनी पड़ती है. इससे इन परिवारों को भी समय पर राशन नहीं मिलने से परेशानी होती है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने ऐसे लोगों को अब 15 दिन के लिए सूखा राशन देने का निर्णय किया है.
ऐसे लोगों को चार सदस्य प्रति परिवार के आधार पर एक साथ 15 किलो आटा या गेहूं, 1 लीटर खाद्य तेल, 1 किलो नमक, 2 किलो दाल और 2 किलो चावल की निशुल्क सूखी राशन सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी. ये जानकारी खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने दी.
मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कैबिनेट के निर्णय के आधार पर जरूरतमंदों को ये राशन दिया जा रहा है. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने बताया कि प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि के दौरान पहले जरूरतमंद परिवारों को कम समय अवधि में बार-बार सूखा राशन सामग्री उपलब्ध करानी पड़ती थी. अब इस समस्या से निजात दिलाने के लिए एक साथ 15 दिन के लिए सूखा राशन देने का निर्णय लिया गया है.
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मंत्री रमेश मीणा ने बताया कि जिन परिवारों को वर्तमान में रोटेशन के आधार पर पूर्व में निर्धारित मात्रा के अनुसार राशन सामग्री वितरित की जा चुकी है उन्हें जरूरत के हिसाब से नई मात्रा के आधार पर राशन सामग्री दी जा सकेगी. आपको बता दें कि प्रदेश में मार्च माह में लॉक डाउन शुरू होने के साथ ही कमजोर तबकों, निराश्रित और जरूरतमंद परिवारों को 5 किलो आटा, आधा लीटर खाद्य तेल, आधा किलो नमक, एक किलो दाल और एक किलो चावल निशुल्क सूखा राशन सामग्री उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया था.