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लॉकडाउन 2.0: प्रदेश में फिर घुलने लगा है हवा में जहर, प्रदूषण नियंत्रण मंडल चिंतित

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Published : May 1, 2020, 6:38 PM IST

लॉकडाउन 2.0 में हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने कहा है कि बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे अन्यथा स्थिति पहले जैसी हो जाएगी.

Jaipur news, लॉकडाउन 2.0
बढ़ रहा है प्रदूषण

जयपुर. कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में लगातार बढ़ रहा है लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच प्रदूषण कम हुआ था. जब से लॉकडाउन 2.0 लागू हुआ है, तब से एक बार फिर अब हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है.

बढ़ रहा है प्रदूषण

आपको बता दें कि जयपुर से लेकर उदयपुर तक वायु प्रदूषण के परेशान करने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. भिवाड़ी में तो वायु प्रदूषण सूचकांक 72 से बढ़कर 110 तक पहुंच गया है. प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने लॉकडाउन 1.0 और 2.0 के बीच प्रदूषण स्तर का आंकलन किया. जिसमें सामने आया कि दूसरे बार लगे लॉकडाउन में प्रदूषण बढ़ा है. वहीं प्रदूषण नियंत्रण मंडल का मानना है कि इसी रफ्तार से प्रदूषण बढ़ा तो लॉकडाउन पूरी तरह खत्म होने के बाद वायु प्रदूषण के हालात पहले की तरह हो जाएंगे.

यह भी पढ़ें. मजदूर और किसान किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते हैं, श्रमिक दिवस पर उन्हें नमन: सतीश पूनिया

वहीं मंडल ने वायु प्रदूषण गुणवत्ता बिगड़ने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की बात कही है. लॉकडाउन 1.0 में प्रदेश के ज्यादातर शहरों में प्रदूषण का स्तर 80 के नीचे आ गया था. लॉकडाउन 2.0 के अंतर्गत सरकार के ट्रांसपोर्टेशन में कई तरह की छूट दी गई है. जिसके बाद सड़कों पर वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई. अब परिणाम यह है कि प्रदूषण भी लगातार बढ़ने लगा है. जिससे एक बार हवा फिर से प्रदूषित हो गई है.

लॉकडाउन 2.0 और 1.0 के दौरान प्रदूषण का आंकड़ा

मॉनीटिरिंग स्टेशन प्रदूषण स्तर (पार्टिकुलेट मैटर)
लॉकडाउन 2.0लॉकडाउन 1.0
जोधपुर118 98
जैसलमेर16395
जयपुर101 62
बीकानेर139 80
अजमेर104 75
भिवाड़ी 10872
पाली93 75

जयपुर. कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में लगातार बढ़ रहा है लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच प्रदूषण कम हुआ था. जब से लॉकडाउन 2.0 लागू हुआ है, तब से एक बार फिर अब हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है.

बढ़ रहा है प्रदूषण

आपको बता दें कि जयपुर से लेकर उदयपुर तक वायु प्रदूषण के परेशान करने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. भिवाड़ी में तो वायु प्रदूषण सूचकांक 72 से बढ़कर 110 तक पहुंच गया है. प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने लॉकडाउन 1.0 और 2.0 के बीच प्रदूषण स्तर का आंकलन किया. जिसमें सामने आया कि दूसरे बार लगे लॉकडाउन में प्रदूषण बढ़ा है. वहीं प्रदूषण नियंत्रण मंडल का मानना है कि इसी रफ्तार से प्रदूषण बढ़ा तो लॉकडाउन पूरी तरह खत्म होने के बाद वायु प्रदूषण के हालात पहले की तरह हो जाएंगे.

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वहीं मंडल ने वायु प्रदूषण गुणवत्ता बिगड़ने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की बात कही है. लॉकडाउन 1.0 में प्रदेश के ज्यादातर शहरों में प्रदूषण का स्तर 80 के नीचे आ गया था. लॉकडाउन 2.0 के अंतर्गत सरकार के ट्रांसपोर्टेशन में कई तरह की छूट दी गई है. जिसके बाद सड़कों पर वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई. अब परिणाम यह है कि प्रदूषण भी लगातार बढ़ने लगा है. जिससे एक बार हवा फिर से प्रदूषित हो गई है.

लॉकडाउन 2.0 और 1.0 के दौरान प्रदूषण का आंकड़ा

मॉनीटिरिंग स्टेशन प्रदूषण स्तर (पार्टिकुलेट मैटर)
लॉकडाउन 2.0लॉकडाउन 1.0
जोधपुर118 98
जैसलमेर16395
जयपुर101 62
बीकानेर139 80
अजमेर104 75
भिवाड़ी 10872
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