जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े शिक्षा विभाग में मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर गुरुवार को शिक्षकों के स्थानांतरण खोल दिए गए. तीन श्रेणी में खुले स्थानांतरण के तहत शुक्रवार दोपहर 12 बजे से तबादले चाहने वाले शिक्षक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना शुरू हो गए है. विभागीय सूत्रों ने बताया कि तीनों श्रेणी में इस बार 14 दिन के भीतर डेढ़ लाख प्रिंसिपल, प्रधानाध्यापक, व्याख्याता व द्वितीय श्रेणी शिक्षकों में से करीब 50 हजार ऑनलाइन आवेदन आने की संभावना है.
इसमें सबसे अधिक करीब 10 हजार स्थानांतरण आवेदन प्रिंसिपल व प्रधानाध्यापकों के करने की सूचना है. इसके बाद व्याख्याता व द्वितीय श्रेणी के अध्यापकों के आवेदन प्राप्त होंगे.
प्रदेश में 31 हजार 500 पद रिक्त
वर्तमान में प्रदेश में 14 हजार 500 प्रधानाचार्य पदों में से 2 हजार पद रिक्त है. 52 हजार प्रधानाध्यापकों व व्याख्याताओं के पदों में से लगभग 9500 पद रिक्त है. वहीं प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक के कुल 90 हजार श्रेणी के पदों में से करीब 20 हजार पद रिक्त है.
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चहेते शिक्षकों की पैरवी कर सकेंगे विधायक
सूत्रों ने बताया कि तीनों श्रेणियों में स्थानांतरण के लिए तीन-तीन दिन ऑनलाइन आवेदन के लिए शिक्षकों को दिए गए है. विभाग के पास पोर्टल के माध्यम से पहुंचे आवेदनों को विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से छांट कर हर विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों के पास पहुंचाया जाएगा. जहां से विधायक अपने क्षेत्र में स्थानांतरण के लिए चहेते शिक्षकों की पैरवी करेंगे.
राजस्थान प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शशिभूषण शर्मा ने बताया कि स्थानांतरण के ऑनलाइन आवेदन पहली बार शुरू हुए है जिसके फायदे भी है तो नुकसान भी. शर्मा ने बताया कि जैसे किसी ने व्याख्याता ने अजमेर से जयपुर के लिए स्थानांतरण करवाना के लिए आवेदन भरा है लेकिन जयपुर में उस जगह पर बैठे व्यख्याता ने कोई स्थानांतरण आवेदन नहीं किया है तो प्रशासनिक रूप से जयपुर में बैठे व्याख्याता को हटाना पड़ेगा जो कहीं ना कहीं ऑफ लाइन ही किया जाएगा. ऐसे में शिक्षकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
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विभागीय अधिकारियों ने बताया कि 3 दिन में स्थानांतरण का मुख्य कारण यह है कि भाजपा शासन में जो शिक्षक मलाईदार स्थानों पर जमे बैठे हैं उन्हें हटाकर कांग्रेस समर्थित शिक्षकों को पद स्थापित किया जाएगा जिससे कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी के प्रति समर्पण की भावना जागृत हो सके.