जयपुर. बाड़मेर में पुलिस हिरासत में हुई दलित युवक की मौत के मामले में फिर उस समय सियासत और भड़क गई जब विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने यह कहते हुए पुलिसकर्मियों को क्लीन चिट दे दी कि मृतक युवक पूरी तरह स्वस्थ था. बस उसका वजन कम था और इसका सबूत उसकी मेडिकल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट है.
शुक्रवार को पुलिस और कारागार विभाग की अनुदान मांगों पर बोलते हुए धारीवाल ने ये बात कही और साथ ही ये भी कहा कि इसके लिए भाजपा को अब माफी मांगना चाहिए. शांति धारीवाल ने इस दौरान इंदिरा गांधी सरकार के समय राज्यसभा का एक उदाहरण भी दिया. जिसमें पूर्व राज्यसभा सांसद नरगिस को इंदिरा गांधी ने उनके वक्तव्य के लिए माफी मांगने के लिए कहा था. धारीवाल ने कहा कि बाड़मेर में दलित युवक की मौत के मामले में भाजपा ने सनसनी फैलाने का काम किया. जबकि युवक की जो रिपोर्ट आई है उसमें उसे हेल्दी बताया गया है.
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धारीवाल ने कहा मृतक युवक पूरी तरह हेल्दी था बस उसका वजन कम था. हालांकि सदन में धारीवाल के इस कथन के बाद भाजपा विधायक मदन दिलावर सहित कई विधायकों ने आपत्ति जताई, लेकिन वहां मौजूद कांग्रेस के अन्य सदस्य और मंत्री उनकी चुटकी लेते नजर आए.