जयपुर. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर लगातार यह चर्चा हो रही थी कि वह पूरे प्रदेश में दौरे करेंगे. अब पूर्वी राजस्थान से इसकी शुरुआत भी होती हुई दिखाई दे रही है. पायलट ने अपने दौरों के लिए सबसे पहले उस पूर्वी राजस्थान को चुना है. जहां उनकी सबसे ज्यादा पकड़ मानी जाती रही है. वहीं फरवरी महीने में पायलट के जो तीन कार्यक्रम हैं, वह तीनों कार्यक्रम उन विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे हैं, जहां विधायक पायलट कैंप के हैं.
5 फरवरी को पायलट दौसा के दौरे पर रहेंगे, जहां वह किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे. दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा सचिन पायलट कैंप के विधायक हैं और वह सचिन पायलट के साथ नाराजगी दिखा कर जाने वाले विधायकों में शामिल थे. 5 फरवरी को हो रहे किसान सम्मेलन के बाद सचिन पायलट 9 फरवरी को बयाना के दौरे पर रहेंगे. बयाना में सचिन पायलट की एक धार्मिक आयोजन में शिरकत करने का कार्यक्रम है, जिसमें उनकी जनसभा भी हो सकती है. बयाना के विधायक अमर सिंह जाटव भी सचिन पायलट कैंप के विधायक हैं.
वहीं फरवरी महीने में सचिन पायलट का तीसरा कार्यक्रम 17 फरवरी को होगा. जब वह चाकसू के कोटखावदा में स्वर्गीय राजेश पायलट की मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम और भगवान देवनारायण मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम में भी बड़ी तादाद में लोग पहुंचेंगे और एक जनसभा भी पायलट के समर्थन में वेद सोलंकी करवाते दिखाई देंगे. वेद सोलंकी भी पायलट कैंप के विधायक हैं. ऐसे में जिस तरीके से सचिन पायलट ने राजस्थान में अपने दौरों की बात कही थी और अब पूर्वी राजस्थान और उसमें भी अपने विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों को उन्होंने चुना है. जहां से वह अपने यह दौरे शुरू करने जा रहे हैं. सचिन पायलट के इन दोनों के कई राजनीतिक कयास भी लगाए जा रहे हैं.