जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने जिला कारागृह और महिला बंदी सुधार गृह के लिए सलाहकार मंडलों का गठन किया है. इसमें विधायकों और पूर्व विधायकों को 2 साल के लिए गैर सरकारी सदस्य मनोनित किया गया (Political appointments by CM Gehlot) है. इसमें 50 से अधिक वर्तमान विधायक व पूर्व विधायकों शामिल किया गया है. गृह विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है.
इनको किया नियुक्त: इसमें बांसवाड़ा में विधायक रमिला खड़िया और कांतिलाल कटारा, भरतपुर में विधायक अमर सिंह और साहब सिंह, भीलवाड़ा में विधायक गायत्री देवी और मंजू पोकरना, दौसा में विधायक गजराज खटाना और मुरली मनोहर शर्मा, अजमेर में विधायक राकेश पारीक और विधायक सुरेश टांक, अलवर में विधायक जौहरी लाल मीणा और विधायक बाबूलाल, बारां में विधायक निर्मला सहरिया और विधायक पानाचंद मेघवाल को सदस्य बनाया है. इसी प्रकार बाड़मेर में विधायक मेवाराम जैन और विधायक मदन प्रजापत, चित्तौड़गढ़ में विधायक राजेंद्र बिधूड़ी और पूर्व विधायक सुरेंद्र जाड़ावत, चूरू में विधायक कृष्णा पूनिया और विधायक भंवरलाल शर्मा को सदस्य बनाया गया है.
जबकि धौलपुर में विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा और विधायक रोहित बोहरा, डूंगरपुर में विधायक गणेश घोघरा और वल्लभ राम पाटीदार, श्रीगंगानगर में विधायक जगदीश चंद्र और विधायक गुरमीत सिंह, हनुमानगढ़ में विधायक विनोद कुमार और अमित चाचाण, जयपुर में विधायक आलोक बेनीवाल और विधायक गोपाल मीणा, विधायक लक्ष्मण मीणा और विधायक रफीक खान, विधायक गंगा देवी और वेद प्रकाश सोलंकी को सदस्य बनाया है. इसी प्रकार जैसलमेर में विधायक रूपाराम और अब्दुल्ला फकीर को सदस्य बनाया गया है. इसके अलावा सलाहकार मंडल में अजमेर में किरण अग्रवाल और इशिता शर्मा, भरतपुर में मंजेश और अंजू मित्तल, बीकानेर में कन्हैयालाल झंवर और ललित तेजस्वी, दौसा में दिनेश चंद बैरवा और जुगल किशोर मीणा, कोटा में मालती शर्मा और हिमानी संतवानी, उदयपुर में एडवोकेट संगीता नागदा और शारदा शर्मा को सदस्य बनाया गया है.
यह है सलाहकार मण्डल का काम: जिला कारागृह और महिला बंदी सुधार गृह के लिए नियुक्त सलाहकार समय-समय पर कारागृह का दौरा करते हैं. कैदियों के अधिकार, जेल की व्यवस्थाओं और सुधार को लेकर निर्देश जारी किए जाते हैं.