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Special: उपचुनाव ने रोकी भाजपा में नियुक्तियों की राह...19 प्रकोष्ठ, 28 विभागों में कार्यकर्ताओं को पद की 'चाह'

राजस्थान की 4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के कारण भाजपा में विभाग, प्रकोष्ठ और प्रकल्प के गठन का काम रूक गया है. भाजपा के इन प्रकल्प/प्रकोष्ठ और विभागों में नियुक्तियों की घोषणा हुई तो सैकड़ों कार्यकर्ताओं की मुराद पूरी होगी.

Rajasthan BJP News,  Jaipur News
राजनीतिक नियुक्ति पर उपचुनाव का ब्रेक
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Published : Mar 14, 2021, 7:49 PM IST

Updated : Mar 14, 2021, 9:19 PM IST

जयपुर. प्रदेश की 4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के चलते प्रदेश भाजपा में होने वाला विभाग और प्रकल्प के गठन का काम अटक गया है. यदि प्रदेश भाजपा के 19 प्रकल्प/प्रकोष्ठ और 28 विभागों में नियुक्तियों का दौर शुरू होता है तो इससे भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेताओं को संगठन में पद और दायित्व देकर संतुष्ट किया जा सकता है.

भाजपा में नियुक्तियों पर उपचुनाव का ब्रेक

केंद्र ने बढ़ाए 7 प्रकोष्ठ/प्रकल्प

भाजपा के केंद्रीय स्तर पर प्रदेश को पहले 12 प्रकल्प/प्रकोष्ठ ही गठन करने का अधिकार था, जिसे बढ़ाकर 19 कर दिया गया है. मतलब अब प्रदेश अपने स्तर पर 19 प्रकल्पों का गठन कर सकता है. इसी तरह 28 विभागों के गठन को भी सैद्धांतिक रूप से पार्टी ने मंजूरी दे दी है. इसके लिए सभी प्रदेश इकाइयों को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने विस्तृत गाइडलाइन भी जारी कर दी है. पार्टी नेतृत्व चाहता है कि विभागों में वरिष्ठ और विशेषज्ञ ही शामिल हो ताकि भाजपा की जड़ें हर वर्ग में मजबूत हो.

पढ़ें- Special: राजनीतिक नियुक्ति के लिए कार्यकर्ताओं के करना होगा उपचुनाव तक इंतजार, प्रदेश कांग्रेस ने अब तक नहीं लिए हैं नाम

चर्चा के बाद होगा गठन

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार विभागों को लेकर जो गाइडलाइन पार्टी नेतृत्व की ओर से जारी की गई है, उसको लेकर प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ वो बैठक करेंगे. इसके बाद प्रयास करेंगे की गाइडलाइन के अनुरूप ही तमाम विभागों का गठन और संयोजकों की नियुक्ति हो.

पूनिया के अनुसार पार्टी चाहती है कि हर विभाग में उससे जुड़े विशेषज्ञ या उस क्षेत्र के सेवानिवृत्त अधिकारी जो भाजपा की रीती नीति से जुड़ा हुआ है उसे मौका मिले. हालांकि, कुछ विभागों में युवा और नए चेहरों को भी मौका दिया जाना है जिसको लेकर पूरी कवायद चल रही है.

सैकड़ों कार्यकर्ताओं को किया जा सकता है संतुष्ट

प्रदेश संगठन में इन प्रकल्प/प्रकोष्ठ और विभागों के जरिए पार्टी सैकड़ों की तादाद में पद और दायित्व चाहने वाले कार्यकर्ता और नेताओं को संतुष्ट कर सकती है क्योंकि हर विभाग में एक प्रदेश संयोजक और एक सह संयोजक के साथ उसकी टीम बनानी होगी. ऐसे में बड़ी संख्या में प्रकोष्ठ/प्रकल्प और विभाग में जब गठन और नियुक्ति का दौर चलेगा तो उसके जरिए सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ताओं को संतुष्ट किया जा सकता है.

ये हैं प्रकल्प/प्रकोष्ठ

प्रदेश भाजपा में विधि, बुद्धिजीवी, व्यवसायिक, आर्थिक, चिकित्सा, शिक्षक, सहकारिता, पूर्व सैनिक, सांस्कृतिक, व्यापार, बुनकर, पशुपालन/घुमंतू, प्रवासी, नगर निकाय, पंचायत राज और खेल प्रकल्प सहित 19 प्रकल्प बनाए जाने हैं. इनमें एक संयोजक, एक सह संयोजक और सदस्यों की घोषणा होगी. प्रदेश स्तर पर प्रकल्प में 9 सदस्य बनाए जाएंगे, जबकि जिला स्तर पर सदस्यों की संख्या 7 और मंडल स्तर पर इन प्रकल्प व प्रकोष्ठों में सदस्यों की संख्या 5 होगी.

पढ़ें- Exclusive: भाजपा ने उपचुनाव को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है, बस तारीखों का इंतजार है: सतीश पूनिया

ये हैं विभाग...

इसी तरह भाजपा 28 विभागों को भी वापस सक्रिय करेगी और इसमें नियुक्ति भी करेगी. इन विभागों में जिला कार्यालय निर्माण और रखरखाव विभाग, ग्रंथालय व अध्ययन विभाग, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल संरक्षण पर्यावरण, महासंपर्क अभियान प्रशिक्षण, सुशासन पॉलिसी रिसर्च विभाग, मीडिया विभाग मीडिया, संपर्क विभाग, पॉलिटिकल फीडबैक विभाग, डॉक्यूमेंटेशन विभाग, आपदा राहत सहयोग विभाग, प्रशासनिक विभाग प्रचार, साहित्य निर्माण विभाग, चुनाव प्रबंधन विभाग, चुनाव आयोग समन्वय विभाग, कानूनी विधिक कार्य विभाग, पार्टी पत्रिका प्रकाशन विभाग, सोशल मीडिया विभाग, आजीवन सहयोग निधि विभाग, आईटी सेल और एफबी पेज विभाग, पर्यावरण विभाग प्रमुख है. इनमें एक संयोजक, एक सह संयोजक के साथ कुछ सदस्य भी बनाए जाएंगे जिनकी नियुक्ति होगी.

जयपुर. प्रदेश की 4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के चलते प्रदेश भाजपा में होने वाला विभाग और प्रकल्प के गठन का काम अटक गया है. यदि प्रदेश भाजपा के 19 प्रकल्प/प्रकोष्ठ और 28 विभागों में नियुक्तियों का दौर शुरू होता है तो इससे भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेताओं को संगठन में पद और दायित्व देकर संतुष्ट किया जा सकता है.

भाजपा में नियुक्तियों पर उपचुनाव का ब्रेक

केंद्र ने बढ़ाए 7 प्रकोष्ठ/प्रकल्प

भाजपा के केंद्रीय स्तर पर प्रदेश को पहले 12 प्रकल्प/प्रकोष्ठ ही गठन करने का अधिकार था, जिसे बढ़ाकर 19 कर दिया गया है. मतलब अब प्रदेश अपने स्तर पर 19 प्रकल्पों का गठन कर सकता है. इसी तरह 28 विभागों के गठन को भी सैद्धांतिक रूप से पार्टी ने मंजूरी दे दी है. इसके लिए सभी प्रदेश इकाइयों को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने विस्तृत गाइडलाइन भी जारी कर दी है. पार्टी नेतृत्व चाहता है कि विभागों में वरिष्ठ और विशेषज्ञ ही शामिल हो ताकि भाजपा की जड़ें हर वर्ग में मजबूत हो.

पढ़ें- Special: राजनीतिक नियुक्ति के लिए कार्यकर्ताओं के करना होगा उपचुनाव तक इंतजार, प्रदेश कांग्रेस ने अब तक नहीं लिए हैं नाम

चर्चा के बाद होगा गठन

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार विभागों को लेकर जो गाइडलाइन पार्टी नेतृत्व की ओर से जारी की गई है, उसको लेकर प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ वो बैठक करेंगे. इसके बाद प्रयास करेंगे की गाइडलाइन के अनुरूप ही तमाम विभागों का गठन और संयोजकों की नियुक्ति हो.

पूनिया के अनुसार पार्टी चाहती है कि हर विभाग में उससे जुड़े विशेषज्ञ या उस क्षेत्र के सेवानिवृत्त अधिकारी जो भाजपा की रीती नीति से जुड़ा हुआ है उसे मौका मिले. हालांकि, कुछ विभागों में युवा और नए चेहरों को भी मौका दिया जाना है जिसको लेकर पूरी कवायद चल रही है.

सैकड़ों कार्यकर्ताओं को किया जा सकता है संतुष्ट

प्रदेश संगठन में इन प्रकल्प/प्रकोष्ठ और विभागों के जरिए पार्टी सैकड़ों की तादाद में पद और दायित्व चाहने वाले कार्यकर्ता और नेताओं को संतुष्ट कर सकती है क्योंकि हर विभाग में एक प्रदेश संयोजक और एक सह संयोजक के साथ उसकी टीम बनानी होगी. ऐसे में बड़ी संख्या में प्रकोष्ठ/प्रकल्प और विभाग में जब गठन और नियुक्ति का दौर चलेगा तो उसके जरिए सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ताओं को संतुष्ट किया जा सकता है.

ये हैं प्रकल्प/प्रकोष्ठ

प्रदेश भाजपा में विधि, बुद्धिजीवी, व्यवसायिक, आर्थिक, चिकित्सा, शिक्षक, सहकारिता, पूर्व सैनिक, सांस्कृतिक, व्यापार, बुनकर, पशुपालन/घुमंतू, प्रवासी, नगर निकाय, पंचायत राज और खेल प्रकल्प सहित 19 प्रकल्प बनाए जाने हैं. इनमें एक संयोजक, एक सह संयोजक और सदस्यों की घोषणा होगी. प्रदेश स्तर पर प्रकल्प में 9 सदस्य बनाए जाएंगे, जबकि जिला स्तर पर सदस्यों की संख्या 7 और मंडल स्तर पर इन प्रकल्प व प्रकोष्ठों में सदस्यों की संख्या 5 होगी.

पढ़ें- Exclusive: भाजपा ने उपचुनाव को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है, बस तारीखों का इंतजार है: सतीश पूनिया

ये हैं विभाग...

इसी तरह भाजपा 28 विभागों को भी वापस सक्रिय करेगी और इसमें नियुक्ति भी करेगी. इन विभागों में जिला कार्यालय निर्माण और रखरखाव विभाग, ग्रंथालय व अध्ययन विभाग, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल संरक्षण पर्यावरण, महासंपर्क अभियान प्रशिक्षण, सुशासन पॉलिसी रिसर्च विभाग, मीडिया विभाग मीडिया, संपर्क विभाग, पॉलिटिकल फीडबैक विभाग, डॉक्यूमेंटेशन विभाग, आपदा राहत सहयोग विभाग, प्रशासनिक विभाग प्रचार, साहित्य निर्माण विभाग, चुनाव प्रबंधन विभाग, चुनाव आयोग समन्वय विभाग, कानूनी विधिक कार्य विभाग, पार्टी पत्रिका प्रकाशन विभाग, सोशल मीडिया विभाग, आजीवन सहयोग निधि विभाग, आईटी सेल और एफबी पेज विभाग, पर्यावरण विभाग प्रमुख है. इनमें एक संयोजक, एक सह संयोजक के साथ कुछ सदस्य भी बनाए जाएंगे जिनकी नियुक्ति होगी.

Last Updated : Mar 14, 2021, 9:19 PM IST
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