जयपुर. एंटी करप्शन ब्यूरो चाहे कितने ही रिश्वतखोरों को पकड़ ले, लेकिन खाकी से खाकी का प्रेम बेजोड़ है. ऐसा ही प्रेम एक बार फिर से सबके सामने आया है. जब एक पुलिसकर्मी को ट्रैप करने गए एसीबी कार्मिक के हाथ से रंगे हाथों रिश्वत लेने वाला पुलिसकर्मी ही रफूचक्कर हो गया. दरअसल, भरतपुर के सीकरी थाने में एक सिपाही दुलीचंद ने रफीक नाम के व्यक्ति को मारपीट के एक मामले से बचाने के लिए 34 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. इस बारे में जयपुर एसीबी को सूचना दी गई थी.
सूचना मिलने के बाद जयपुर एसीबी की टीम से प्रदीप कुमार नाम का एक पुलिसकर्मी भरतपुर गया. प्रदीप के कहने पर रफीक ने अपने भाई सद्दाम को सीकरी थाने के सिपाही दुलीचंद को रुपए देने के लिए भेजा था. इस दौरान उनकी जो भी बातें हुई उसे योजनाबद्ध तरीके से एसीबी के रिकॉर्डर में रिकॉर्ड कर लिया गया था.
प्रदीप ने सिपाही दुलीचंद को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया और बाद में उसे थाने भी ले आया. लेकिन, थाने में आने के बाद सिपाही दुलीचंद नें प्रदीप से रिश्वत की रकम और रिकॉर्डर लेकर फरार हो गया. जिसके बाद पूरी रात से उसकी तलाश जारी है, लेकिन उसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है.
पढ़ें- अब 'उड़ते आतंक' पर आसमान से वार, जानें क्या है केंद्र सरकार का प्लान
हालांकि एसीबी अफसर उसके खिलाफ अब एक अन्य मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन ये पहला मामला नहीं है कि जब इस तरह से ट्रैप की सूचना लीक हुई हो. बड़ी बात ये है कि पुलिसवालों को ही अक्सर इसकी सूचना पहले मिल जाती है और वे फरार होने में कामयाब हो जाते हैं. गौरतलब है कि, इससे पहले 20 हजार की रिश्वत लेने वाला सांगानेर थाने का हेड कांस्टेबल अभी तक फरार चल रहा है. इसी तरह पिछले ही महीने एसीबी के दो ट्रैप ठीक कार्रवाई से पहले फरार हो गए थे.