जयपुर. राजस्थान पुलिस की ओर से आयोजित करवाई जा रही पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर नकल कराने वाली एक गैंग का पर्दाफाश हुआ है. जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम और नाहरगढ़ थाना पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाते हुए गैंग के 2 सरगना समेत कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं. गैंग के सरगना की ओर से अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने की गारंटी देकर अभ्यर्थियों के स्थान पर नकली अभ्यर्थी बैठाए जाते थे. पुलिस के हत्थे चढ़े गैंग के तार दिल्ली और बिहार से जुड़े हुए पाए गए हैं.
मुखबिर के जरिए मिली थी सूचना
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि राजस्थान पुलिस द्वारा आयोजित करवाई जा रही कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के मद्देनजर अनेक नकल कराने वाली गैंग के सक्रिय होने की सूचना मिली थी. इस पर गैंग के लोगों पर पैनी निगरानी रखी जा रही है. मुखबिर के जरिए प्राप्त हुई सूचना पर कार्रवाई करते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम और नाहरगढ़ थाना पुलिस ने परीक्षा में नकल कराने वाली एक बड़ी गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के 2 सरगना बलराम और देवी सिंह सहित कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पढ़ें- एलिवेटेड रोड हादसा : Audi कार चालक युवती पुलिस हिरासत में, दूसरी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती
पुलिस ने असली अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने आए 9 फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है. असली अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने आए सभी फर्जी अभ्यर्थी पटना के रहने वाले हैं, जो भरतपुर के 6 अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने जयपुर पहुंचे थे. गैंग के सदस्य पटना से प्लेन के माध्यम से दिल्ली पहुंचे और फिर दिल्ली से गैंग के सरगना के साथ 3 लग्जरी गाड़ी में सवार होकर जयपुर पहुंचे.
गैंग के सदस्यों को शुक्रवार को आयोजित हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के प्रथम पारी में असली अभ्यर्थियों के स्थान पर बैठकर परीक्षा देनी थी, लेकिन पुलिस ने गैंग के सदस्यों को परीक्षा केंद्र में पहुंचने से पहले ही दबोच लिया. पुलिस ने सरगना के अलावा गैंग के मनीष कुमार, अंकित कुमार, जितेंद्र कुमार, सुमित कुमार, कुंदन कुमार, मिथिलेश कुमार, चंदन कुमार, अंकित राज और विवेक कुमार को गिरफ्तार किया है.
3 से 4 लाख रुपए लेकर बैठाते हैं फर्जी अभ्यर्थी
गैंग का सरगना असली अभ्यर्थी से 3 से 4 लाख रुपए लेने के बाद उनके स्थान पर परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी बैठते हैं और परीक्षा में पास कराने की गारंटी देते हैं. पुलिस की ओर से जिन फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके पास से असली अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और पहचान पत्र बरामद किए गए हैं. जिनमें नाम असली अभ्यर्थियों का है लेकिन फोटो फर्जी अभ्यर्थियों की लगी हुई पाई गई है. वहीं, गैंग का एक अन्य सरगना चेतराम कुमावत अभी फरार चल रहा है, जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम दिल्ली भेजी गई है.
परीक्षा से 2 घंटे पहले पेपर मुहैया कराने का झांसा देने वाली गैंग गिरफ्तार
राजधानी की सिंधी कैंप थाना पुलिस और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम वेस्ट ने एक संयुक्त कार्रवाई को अंजाम देते हुए परीक्षा से 2 घंटे पहले पेपर मुहैया कराने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाली एक गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के 8 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
आरोपी राजस्थान पुलिस द्वारा आयोजित करवाई जा रही कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर एग्जाम से 2 घंटे पहले अभ्यर्थी को मुहैया कराने का झांसा देकर उनसे ठगी कर रहे थे. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गैंग के सोनू मिश्रा, रमेश कुमार, विजय अग्रवाल, संदीप सूद, आशुतोष कुमार, इंद्र कुमार, राकेश कुमार और संदीप को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 लाख 78 हजार रुपए की नकदी बरामद की है. इसके साथ ही आरोपियों के पास से एक लग्जरी कार और एक दर्जन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने एयरफोर्स, खाद्य निगम, पुलिस समेत विभिन्न सरकारी नौकरियों के पेपर मुहैया करा कर देने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने की बात कबूली है.