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ATM Fraud in Jaipur : एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार, 183 एटीएम कार्ड और 2 स्वैप मशीन बरामद - ETV bharat Rajasthan news

जयपुर जिले के बगरू थाना पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एटीएम कार्ड ठगी गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है (Police arrested four accused). साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से 34 बैंकों के 183 एटीएम और दो स्वैप मशीन बरामद की हैं.

ATM Fraud in Jaipur
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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Published : Jun 20, 2022, 4:30 PM IST

जयपुर. राजधानी की बगरू थाना पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. बगरू थाना पुलिस ने सोमवार को एटीएम ठगी गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है (Police arrested four accused). आरोपियों के कब्जे से 34 बैंकों के 183 एटीएम कार्ड और दो स्वैप मशीन बरामद की गई है. इसके साथ ही वारदात के उपयोग में ली गई कार को भी जब्त किया गया है.

बगरू थाना पुलिस ने दिल्ली निवासी आरोपी आमिर, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश निवासी साउद, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश निवासी खुर्शीद और दिल्ली निवासी तौसीफ को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान की कुल 36 वारदातों का खुलासा हुआ है. बगरू थाना इलाके में 15 जून को वारदात करने की नियत से आरोपी एटीएम कार्ड बदलकर ले गए थे.

डीसीपी ऋचा तोमर का बयान

पढ़ें:ATM Card Fraud Gang: एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाली गैंग के दो बदमाश गिरफ्तार, 200 से अधिक वारदातें करके ठगे एक करोड़ रुपए

जिन्हें एटीएम कम चलाना आता है उन्हें अपना निशाना बनाते हैं आरोपी: डीसीपी वेस्ट ऋचा तोमर के मुताबिक आरोपी एटीएम बूथ पर ऐसा टारगेट चुनते थे, जिनको एटीएम कम चलाना आता हो. उस एटीएम बूथ में पहले से ही गैंग के दो तीन लोग घुस जाते थे. जब व्यक्ति अपना ट्रांजेक्शन करके वापस जाने लगता था. तब यह आरोपी एटीएम में आईएमटी बटन दबा देते थे. जिससे स्क्रीन पर रकम एंटर करने का ऑप्शन आने लगता था. तब आरोपी वहां पर खड़े व्यक्ति (ग्राहक) से कहते थे कि आपका ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ है और आपका पैसा कट रहा है. तब व्यक्ति यानी ग्राहक घबराकर कैंसिल का बटन दबाता था.

फिर भी एग्जिट नहीं होता तो आरोपी कहते थे कि वापस एक बार कार्ड को मशीन में डालकर एग्जिट करो. जब ग्राहक एटीएम मशीन में अपना कार्ड स्वयं करता था और अपना कोड दबाता था, तो उस समय आरोपी उसका कोड देख लेते थे. इसके बाद भी मशीन में एग्जिट शो नहीं होता, तो आरोपी ग्राहक का कार्ड मांग लेते थे और सफाई से उसी तरह का दिखने वाला कार्ड उस व्यक्ति को थमा देते थे. ग्राहक का असली कार्ड खुद रख लेते थे. फिर ग्राहक से कहते थे कि थोड़ी देर में एग्जिट हो जाएगा, आप इंतजार कीजिए. इसके बाद आरोपी ग्राहक का असली कार्ड लेकर रफूचक्कर हो जाते थे. इसके बाद नजदीकी एटीएम में जाकर एटीएम कार्ड से रुपए निकाल लेते थे. अगर आस पास कोई एटीएम मशीन नहीं होती थी, तो अपने पास रखी स्वैप मशीन से रुपए ट्रांसफर कर लेते थे.

पढ़ें:ATM Fraud cases in Jaipur: बदमाशों ने एटीएम कार्ड बदलकर निकाले लाखों रुपए, मोबाइल पर मैसेज आया तो पीड़ित ने थाने में दर्ज करवाया मामला

नेशनल हाईवे के आसपास के एटीएम में वाददातों को अजांम देते थे: बगरू थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण के मुताबिक आरोपी दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित शहरों और कस्बों के एटीएमों पर वारदातों को अंजाम देते थे. आरोपी लंबी दूरी के लिए कार का उपयोग करते थे. नेशनल हाईवे के आसपास स्थित एटीएम बूथों पर लोगों से एटीएम कार्ड बदलने की वारदात करते थे. आरोपी स्थान बदलकर अलग-अलग राज्यों में वारदात कर रहे थे. यह गैंग वारदात करने के लिए एटीएम में उस समय प्रवेश करती थी, जब पहले कोई एटीएम यूज कर रहा होता था. अगर बैंक का गार्ड और स्वयं यूजर इस बात को सुनिश्चित करें कि एक समय में एक ही व्यक्ति एटीएम में रहे, तो इस तरह की वारदातों को रोका जा सकता है. इसके साथ ही अनजान व्यक्तियों से एटीएम चलाने में मदद नहीं लेनी चाहिए.

पीड़ित ने 16 जून को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया: एसीपी बगरू देवेंद्र सिंह के मुताबिक 16 जून को पीड़ित मदनलाल ने बगरू थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह वन विभाग फागी में पदस्थापित है. 15 जून को गांव से रवाना होकर बगरू इलाके में तकिया स्टैंड पर एसबीआई बैंक के एटीएम पर रुपए निकालने के लिए गया था. एटीएम बूथ में प्रवेश किया तो वहां पर दो लोग पहले से ही मौजूद थे. जिनमें से एक व्यक्ति अपने रुपए निकाल कर बाहर आ गया था. जब पीड़ित ने एटीएम से 5000 निकाले तो वहां पर खड़े व्यक्ति ने पीड़ित के एटीएम कार्ड को मशीन से निकालने से पहले ही मशीन का बटन दबा दिया. पीड़ित का एटीएम कार्ड मशीन से बाहर नहीं निकला, तो वहां पर मौजूद व्यक्ति ने कहा कि आपको पिन नंबर वापस डालना पड़ेगा. उसके बाद ही एटीएम कार्ड बाहर निकलेगा. पीड़ित ने पिन नंबर डायल कर दिए, तो आरोपी ने एटीएम कार्ड अपने हाथ में ले लिया था और अपने पास रखे एटीएम कार्ड में से उसी तरह का दूसरे एटीएम कार्ड पीड़ित को दे दिया था.

पढ़ें:ATM Fraud in Jaipur : बुजुर्ग का एटीएम कार्ड बदल बदमाशों ने खाते से निकाले 3 लाख रुपए

आरोपी साथियों संग कार से फरार हो गया: आरोपी एटीएम बूथ से बाहर चला गया. पीड़ित ने अपने एटीएम कार्ड को अच्छे से देखा तो उसका होलिया का बदला हुआ था. लेकिन तबतक आरोपी एटीएम कार्ड बदलकर मौके से रफूचक्कर हो गया था. पीड़ित व्यक्ति ने एटीएम बूथ से बाहर निकल कर देखा तो एटीएम कार्ड बदलकर जा रहा व्यक्ति अपने तीन अन्य साथियों के साथ कार में बैठ कर भाग रहा था. पीड़ित ने आरोपियों का पीछा किया, लेकिन वह भाग निकले.

पुलिस आरोपियों से पूछताथ करने में जुटी: पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके बगरू थाना पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और तकनीक की सहायता के आधार पर मामले में जांच करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.

जयपुर. राजधानी की बगरू थाना पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. बगरू थाना पुलिस ने सोमवार को एटीएम ठगी गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है (Police arrested four accused). आरोपियों के कब्जे से 34 बैंकों के 183 एटीएम कार्ड और दो स्वैप मशीन बरामद की गई है. इसके साथ ही वारदात के उपयोग में ली गई कार को भी जब्त किया गया है.

बगरू थाना पुलिस ने दिल्ली निवासी आरोपी आमिर, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश निवासी साउद, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश निवासी खुर्शीद और दिल्ली निवासी तौसीफ को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान की कुल 36 वारदातों का खुलासा हुआ है. बगरू थाना इलाके में 15 जून को वारदात करने की नियत से आरोपी एटीएम कार्ड बदलकर ले गए थे.

डीसीपी ऋचा तोमर का बयान

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जिन्हें एटीएम कम चलाना आता है उन्हें अपना निशाना बनाते हैं आरोपी: डीसीपी वेस्ट ऋचा तोमर के मुताबिक आरोपी एटीएम बूथ पर ऐसा टारगेट चुनते थे, जिनको एटीएम कम चलाना आता हो. उस एटीएम बूथ में पहले से ही गैंग के दो तीन लोग घुस जाते थे. जब व्यक्ति अपना ट्रांजेक्शन करके वापस जाने लगता था. तब यह आरोपी एटीएम में आईएमटी बटन दबा देते थे. जिससे स्क्रीन पर रकम एंटर करने का ऑप्शन आने लगता था. तब आरोपी वहां पर खड़े व्यक्ति (ग्राहक) से कहते थे कि आपका ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ है और आपका पैसा कट रहा है. तब व्यक्ति यानी ग्राहक घबराकर कैंसिल का बटन दबाता था.

फिर भी एग्जिट नहीं होता तो आरोपी कहते थे कि वापस एक बार कार्ड को मशीन में डालकर एग्जिट करो. जब ग्राहक एटीएम मशीन में अपना कार्ड स्वयं करता था और अपना कोड दबाता था, तो उस समय आरोपी उसका कोड देख लेते थे. इसके बाद भी मशीन में एग्जिट शो नहीं होता, तो आरोपी ग्राहक का कार्ड मांग लेते थे और सफाई से उसी तरह का दिखने वाला कार्ड उस व्यक्ति को थमा देते थे. ग्राहक का असली कार्ड खुद रख लेते थे. फिर ग्राहक से कहते थे कि थोड़ी देर में एग्जिट हो जाएगा, आप इंतजार कीजिए. इसके बाद आरोपी ग्राहक का असली कार्ड लेकर रफूचक्कर हो जाते थे. इसके बाद नजदीकी एटीएम में जाकर एटीएम कार्ड से रुपए निकाल लेते थे. अगर आस पास कोई एटीएम मशीन नहीं होती थी, तो अपने पास रखी स्वैप मशीन से रुपए ट्रांसफर कर लेते थे.

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नेशनल हाईवे के आसपास के एटीएम में वाददातों को अजांम देते थे: बगरू थाना अधिकारी विक्रम सिंह चारण के मुताबिक आरोपी दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित शहरों और कस्बों के एटीएमों पर वारदातों को अंजाम देते थे. आरोपी लंबी दूरी के लिए कार का उपयोग करते थे. नेशनल हाईवे के आसपास स्थित एटीएम बूथों पर लोगों से एटीएम कार्ड बदलने की वारदात करते थे. आरोपी स्थान बदलकर अलग-अलग राज्यों में वारदात कर रहे थे. यह गैंग वारदात करने के लिए एटीएम में उस समय प्रवेश करती थी, जब पहले कोई एटीएम यूज कर रहा होता था. अगर बैंक का गार्ड और स्वयं यूजर इस बात को सुनिश्चित करें कि एक समय में एक ही व्यक्ति एटीएम में रहे, तो इस तरह की वारदातों को रोका जा सकता है. इसके साथ ही अनजान व्यक्तियों से एटीएम चलाने में मदद नहीं लेनी चाहिए.

पीड़ित ने 16 जून को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया: एसीपी बगरू देवेंद्र सिंह के मुताबिक 16 जून को पीड़ित मदनलाल ने बगरू थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह वन विभाग फागी में पदस्थापित है. 15 जून को गांव से रवाना होकर बगरू इलाके में तकिया स्टैंड पर एसबीआई बैंक के एटीएम पर रुपए निकालने के लिए गया था. एटीएम बूथ में प्रवेश किया तो वहां पर दो लोग पहले से ही मौजूद थे. जिनमें से एक व्यक्ति अपने रुपए निकाल कर बाहर आ गया था. जब पीड़ित ने एटीएम से 5000 निकाले तो वहां पर खड़े व्यक्ति ने पीड़ित के एटीएम कार्ड को मशीन से निकालने से पहले ही मशीन का बटन दबा दिया. पीड़ित का एटीएम कार्ड मशीन से बाहर नहीं निकला, तो वहां पर मौजूद व्यक्ति ने कहा कि आपको पिन नंबर वापस डालना पड़ेगा. उसके बाद ही एटीएम कार्ड बाहर निकलेगा. पीड़ित ने पिन नंबर डायल कर दिए, तो आरोपी ने एटीएम कार्ड अपने हाथ में ले लिया था और अपने पास रखे एटीएम कार्ड में से उसी तरह का दूसरे एटीएम कार्ड पीड़ित को दे दिया था.

पढ़ें:ATM Fraud in Jaipur : बुजुर्ग का एटीएम कार्ड बदल बदमाशों ने खाते से निकाले 3 लाख रुपए

आरोपी साथियों संग कार से फरार हो गया: आरोपी एटीएम बूथ से बाहर चला गया. पीड़ित ने अपने एटीएम कार्ड को अच्छे से देखा तो उसका होलिया का बदला हुआ था. लेकिन तबतक आरोपी एटीएम कार्ड बदलकर मौके से रफूचक्कर हो गया था. पीड़ित व्यक्ति ने एटीएम बूथ से बाहर निकल कर देखा तो एटीएम कार्ड बदलकर जा रहा व्यक्ति अपने तीन अन्य साथियों के साथ कार में बैठ कर भाग रहा था. पीड़ित ने आरोपियों का पीछा किया, लेकिन वह भाग निकले.

पुलिस आरोपियों से पूछताथ करने में जुटी: पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके बगरू थाना पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और तकनीक की सहायता के आधार पर मामले में जांच करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.

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