जयपुर. देश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए देशभर में लॉकडाउन किया गया है. राजस्थान में लॉकडाउन के चलते पुलिस अपनी ड्यूटी बखूबी से निभा रही है. एक तरफ जहां लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक कर रही है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है. स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद महिला पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित इलाके में तैनात किया गया है. रामगंज और माणक चौक की सीमा पर स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद भी महिला पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी निभा रही है. महिला पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी निभाते हुए खुद के स्वास्थ्य की परवाह किए बगैर लोगों को कोरोना संक्रमित जगह की तरफ जाने से रोकने का काम कर रही है.
महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि, उसका काफी दिनों से स्वास्थ्य खराब है और अस्थमा की भी समस्या है. जिसका इलाज चल रहा है लेकिन, अस्थमा के चलते तेज खांसी और सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है. महिला पुलिस कर्मी का स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद भी पुलिस लाइन से रामगंज- माणक चौक इलाके में ड्यूटी पर तैनात किया गया है. ड्यूटी पर भेजने से पहले महिला पुलिसकर्मी ने अपने उच्च अधिकारी को स्वास्थ्य खराब होने के बारे में बताया लेकिन फिर भी ड्यूटी पर भेज दिया गया.
पढ़ें- भीलवाड़ा में कर्फ्यू का 9वां दिन, निजी होटलों के 1541 कमरों को प्रशासन ने किया अधिग्रहित
ऐसे में पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा होता है कि, जहां एक तरफ देश की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए पुलिसकर्मी कोरोना की जंग में शामिल हो रहे हैं. तो ऐसे में स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद महिला पुलिसकर्मी को ड्यूटी पर ऐसी जगह तैनात किया गया, जहां पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाया गया है. पुलिस प्रशासन को पुलिसकर्मियों की सेहत को लेकर भी गंभीरता दिखाने की आवश्यकता है.
बता दें कि, शुक्रवार को राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में दो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद रामगंज थाना, माणक चौक थानाज़ कोतवाली थाना और गलता गेट थाना इलाके में संपूर्ण रूप से कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं ब्रह्मपुरी थाना सुभाष चौक थाना और नाहरगढ़ थाना इलाके में आंशिक रूप से कर्फ्यू लगाया गया है. रामगंज इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. संक्रमित जगह पर लोगों का आवागमन पूर्णतया बंद कर दिया गया है. पुलिस प्रशासन की ओर से संक्रमित जगह पर लोगों के आवागमन को रोका जा रहा है और कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है.