जयपुर. 15 जुलाई को प्लास्टिक सर्जरी डे के रूप में मनाया जाता है. इस मौके (Plastic Surgery Day) पर राजस्थान एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन की ओर से दो दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा. इसमें देश भर से आए प्लास्टिक सर्जन शामिल होंगे. इस मौके पर प्लास्टिक सर्जरी में हुए नए नवाचारों को आम जनता के समक्ष रखा जाएगा और प्लास्टिक सर्जरी से जोड़ी अवधारणाओं को दूर किया जाएगा.
राजस्थान एसोसिशन ऑफ़ प्लास्टिक सर्जन के सदस्य की ओर से 15 जुलाई को राष्ट्रीय प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाया जाएगा. प्रदेश में पहली बार प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर्स की 'राजएपसीकोन' के नाम से कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है. राजस्थान एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन की ओर से 23 और 24 जुलाई को आयोजित इस कांफ्रेंस में देश विदेश के विशेषज्ञ प्लास्टिक सर्जन शामिल होंगे.
कॉन्फ्रेंस में करीब 200 से अधिक चिकित्सक शामिल होंगे. इस दौरान नई प्लास्टिक सर्जरी की (Plastic Surgeon Conference in Jaipur) टेक्नोलॉजी के बारे में अवगत करवाया जाएगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश जैन ने बताया कि 15 जुलाई को राष्ट्रीय प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाया जाएगा. प्लास्टिक सर्जरी इंडिया में 2011 में चालू किया गया था. लेकिन अब तक प्लास्टिक सर्जरी को लेकर लोगों में जागरूकता का अभाव है.
डॉक्टर जैन का कहना है कि अभी भी लोग प्लास्टिक सर्जरी को सुंदरता से जोड़ते हैं, जबकि विभिन्न ऑपरेशन और खासकर एक्सीडेंट में घायल हुए लोगो के उपचार में प्लास्टिक सर्जन का अहम योगदान रहता है. एसोसिशन की सचिव डॉ वर्षा बुंदेले ने बताया की राज्य में विश्व स्तरीय प्लास्टिक सर्जरी सेवाएं उपलब्ध हैं. लेकिन जनता में इसकी जागरूकता नहीं है. जानकारी ना होने के कारण मरीज को परेशानी झेलनी पड़ती है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्लास्टिक सर्जरी दिवस के मौके पर राजधानी के प्लास्टिक सर्जन अपने-अपने हॉस्पिटल में एक एक निशुल्क सर्जरी करेंगे. उन्होंने बताया कि 23 और 24 जुलाई को आयोजित होने वाली कांफ्रेंस में प्लास्टिक सर्जरी के क्षेत्र में हो रहे नई तकनीक पर चर्चा होगी. आयोजन में उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अरोरा, और कोषाध्यक्ष डॉ. संगीता ठकुरानी शामिल हुए.