जयपुर. राजस्थान में 12 स्थानीय निकायों के नतीजे आ चुके हैं, जिसमें कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 50 में से 36 स्थानीय निकायों में कब्जा किया है. कांग्रेस विधायकों का भी प्रदर्शन इसमें अच्छा रहा है और केवल 7 कांग्रेस विधायकों को छोड़ दिया जाए तो 22 कांग्रेस विधायकों की विधानसभा सीटों में हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है. इसमें इस बात की चर्चा करना जरूर आवश्यक होगा कि सचिन पायलट के खेमे के माने जाने वाले विधायकों का प्रदर्शन इन चुनावों में क्या रहा और उनकी विधानसभा सीटों में कांग्रेस पार्टी ने कैसा प्रदर्शन किया.
निकाय चुनाव में सचिन पायलट कैंप के 6 विधायकों के विधानसभा क्षेत्र में निकाय चुनाव थे, जिनमें 6 के 6 निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है. ऐसे में सचिन पायलट खेमे के विधायकों का जीत का स्ट्राइक रेट शत प्रतिशत रहा है. वहीं जिन पंचायती राज चुनाव को कांग्रेस के लिए खराब सपना माना जा रहा है, उन चुनाव में भी सचिन पायलट कैंप के विधायकों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा था और प्रधान बनाने के मामले में सचिन पायलट कैंप 10 में से 8 विधायक कामयाब रहे थे. ऐसे में यहां भी सचिन पायलट कैंप का स्ट्राइक रेट 80 फ़ीसदी रहा है. हालांकि भंवरलाल शर्मा भी सचिन पायलट के साथ गए थे, लेकिन वह पहले ही लौट आए.
निकाय चुनाव में इन 6 पायलट कैंप के विधायकों ने दिलाई कांग्रेस को शत प्रतिशत जीत...
1. विश्वेंद्र सिंह- पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक विश्वेंद्र सिंह ने अपनी विधानसभा के अंतर्गत आने वाली डीग और कुम्हेर नगर पालिका में कांग्रेस का प्रधान बनाया है. विश्वेंद्र सिंह ने रणनीति के तहत एक भी कांग्रेस के प्रत्याशी को सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ाया. जिसका नतीजा यह हुआ कि डीग नगर पालिका में तो उन्होंने निर्विरोध अध्यक्ष बना दिया, तो वहीं कुम्हेर नगर पालिका में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बना है.
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2. अमर सिंह जाटव- अमर सिंह जाटव के विधानसभा क्षेत्र में आने वाली बयाना नगर पालिका में निर्विरोध ही कांग्रेस का अध्यक्ष बना है.
3. इंद्राज गुर्जर- विराट नगर नगर पालिका में कांग्रेस को चुनाव में ही पूर्ण बहुमत मिला था और कांग्रेस पार्टी ने इस नगर पालिका में अपना अध्यक्ष बनाया है.
4. मुरारी लाल मीणा- दौसा नगर परिषद में सचिन पायलट कैंप के मुरारी लाल मीणा ने निर्दलीयों के सहयोग से कांग्रेस का सभापति बनाया है.
5. वेद प्रकाश सोलंकी- चाकसू नगर पालिका में वेद प्रकाश सोलंकी ने रणनीति के तहत कांग्रेस का नगर पालिका अध्यक्ष बनाने में सफलता प्राप्त की है.
6. जीआर खटाना- बांदीकुई नगर पालिका में विधायक जीआर खटाणा ने कांग्रेस का नगर पालिका अध्यक्ष बनाया है.
पंचायती राज चुनाव में भी बेहतर रहा था पायलट कैंप के विधायकों का प्रदर्शन...
1. सचिन पायलट- सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र टोंक में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव थे. टोंक पंचायत समिति में सचिन पायलट कांग्रेस का प्रधान बनाने में सफल रहे, हालांकि टोंक में वह जिला प्रमुख बनाने में भाजपा से पिछड़ गए, लेकिन इसके बदले उन्होंने अपनी रणनीति के तहत अजमेर जिला प्रमुख निर्दलीय को जिता कर टोंक जिला प्रमुख की कमी को पूरा कर दिया.
2. दीपेंद्र सिंह शेखावत- श्रीमाधोपुर पंचायत समिति से कांग्रेस का प्रधान बनाने में दीपेंद्र सिंह शेखावत सफल रहे.
3. रामनिवास गावड़िया- परबतसर पंचायत समिति से कांग्रेस का प्रधान बनाने में रामनिवास गावड़िया सफल रहे.
4. हरीश मीणा- उनियारा पंचायत समिति से हरीश मीणा ने कांग्रेस का प्रधान बनाया.
5. सुरेश मोदी- नीमकाथाना पंचायत समिति से कांग्रेस का प्रधान बना.
6. मुकेश भाकर- लाडनूं पंचायत समिति से मुकेश भाकर ने कांग्रेस का प्रधान बनाने में सफलता प्राप्त की.
7. राकेश पारीक- मसूदा पंचायत समिति से कांग्रेस का प्रधान बना.
8. विजेंद्र ओला- झुंझुनू पंचायत समिति में कांग्रेस का प्रधान बनाने में विजेंद्र ओला को सफलता मिली.
इन 2 विधायकों के खाते में आई असफलता
सचिन पायलट कैंप के केवल 2 विधायक ऐसे रहे, जिनके विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी प्रधान बनाने में पीछे रह गई...
1. हेमाराम चौधरी- हेमाराम चौधरी की पंचायत समिति गुडामालानी में कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी.
2. गजेंद्र सिंह शक्तावत- वल्लभ नगर पंचायत समिति से कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी.