जयपुर. प्रदेश के जयपुर संभाग के फीडबैक कार्यक्रम में गुरुवार को कांग्रेस विधायक और नेताओं ने अपनी बात प्रभारी अजय माकन के सामने रखी. इस बैठक में विधायकों ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में विधायकों के साथ ही कांग्रेस के संगठन के नेताओं की भी डिजायर माने जाने का प्रस्ताव रखा. वहीं, कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े रितेश बैरवा, मनीष यादव और दौलत मीणा ने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन काम हमसे ज्यादा उन निर्दलीय विधायकों के हो रहे हैं.
नेताओं ने कहा कि निर्दलीय विधायकों को सरकार मदद कर रही है, यह अच्छी बात है, लेकिन निर्दलीयों के काम करवाने के साथ ही कांग्रेस के नेताओं के भी काम होने चाहिए. सभी नेताओं ने एकमत से सभी वीसीआर बढ़ने का मुद्दा भी उठाया.
इन विधायकों ने उठाया मुद्दा...
वेदप्रकाश सोलंकी: चाकसू से विधायक वेद सोलंकी ने कहा कि डिजाइर सिस्टम में केवल विधायक को वरीयता देना गलत है. इसमें कार्यकर्ताओं को भी तवज्जो दी जानी चाहिए. यह सही नहीं है कि केवल विधायकों की सिफारिश पर ही काम हो. चाहे ब्लॉक अध्यक्ष हो जिला अध्यक्ष हो या अन्य संगठन के पदों पर बैठे नेता, सभी की डिजायर मानी जानी चाहिए.
इंद्राज गुर्जर: विधायक इंद्राज गुर्जर ने ग्रामीण क्षेत्रों में भरी जा रही वीसीआर का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि इस तरीके से अगर वीसीआर भरी जाएगी, तो ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनेगा. इस मामले पर ज्यादातर विधायक और नेता एकजुट दिखाई दिए.
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सुमित भगासरा: यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने और बाद में पद से हटा दिए गए सुमित भवासरा ने कहा कि एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर अब तक पुलिस के मुकदमे चल रहे हैं. जो विपक्ष में रहते हुए आंदोलन के दौरान हुए. 3 महीने में तीन अध्यक्ष बनने के मुद्दे को भी उन्होंने माकन के सामने उठाया.
प्रशांत शर्मा: आमेर से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़े प्रशांत शर्मा ने कहा कि आमिर विधानसभा का ज्यादातर हिस्सा शहर में आता है. ऐसे में सुविधाएं भी आमेर में शहर की तरह की जाए. उन्होंने डिजायर सिस्टम में संगठन के पदाधिकारियों को भी शामिल करने की बात कही.
सुरेश चौधरी: कांग्रेस नेता सुरेश चौधरी ने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की बात कहते हुए कहा कि अगर मेहनत का नतीजा कार्यकर्ताओं को नहीं मिलेगा तो इससे नुकसान उठाना पड़ेगा.