जयपुर. हाल ही में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन जयपुर और अजमेर संभाग का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कई नेताओं से मुलाकात की और 24 पन्ने की रिपोर्ट बनाकर अपने साथ ले गए. लेकिन खास बात यह है कि जिस मुद्दे को लेकर यह सारी एक्सरसाइज शुरू हुई थी, वह मुद्दा कहीं ना कहीं गौण होता हुआ नजर आ रहा है.
गौरतलब है कि महासचिव होने के साथ ही अजय माकन उस 3 सदस्यीय कमेटी के भी सदस्य हैं, जो राजस्थान में उपजे पॉलीटिकल क्राइसिस को संभालने के लिए बनी थी. 3 सदस्यीय कमेटी में संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस कोषाध्यक्ष अहमद पटेल के साथ ही राजस्थान के प्रभारी अजय माकन भी शामिल हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि अजय माकन उन सभी 19 विधायकों से बात करेंगे, जो सरकार से नाराज थे.
इन नेताओं से नहीं हुई मुलाकात
पायलट कैंप में शामिल 19 में से 7 नेता ऐसे हैं, जिनसे अजय माकन की बात नहीं हो सकी. इन नेताओं की बात की जाए तो इनमें गजेंद्र सिंह शक्तावत, विजेंद्र ओला, पी आर मीणा, रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, अमर सिंह जाटव और भंवर लाल शर्मा शामिल हैं. हालांकि इस कैंप में विधायक भंवरलाल शर्मा भी शामिल थे, लेकिन वह पहले ही वापस लौट आए थे.
यह भी पढ़ें: स्वायत्त शासन विभाग स्ट्रीट वेण्डर्स को योजनाओं का लाभ देने के लिए अभियान चलाएं: सीएम गहलोत
अगर बात की जाए इन 7 विधायकों की, तो इनमें से विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा तो कोरोना संक्रमण के चलते अजय माकन से नहीं मिल सके. वहीं विजेंद्र ओला तो अजय माकन से मुलाकात करने आए ही नहीं, जबकि झुंझुनू जयपुर संभाग में आता है.
अधड़ में नेताओं का भविष्य
पीआर मीणा और गजेंद्र शेखावत से मुलाकात नहीं होने का कारण यह है कि अभी भरतपुर और उदयपुर संभाग के नेताओं के साथ उन्होंने बैठक नहीं की है. ऐसे में इन 7 नेताओं ने अजय माकन से मुलाकात नहीं की है, ना ही अपनी बातें रखी है. ऐसे में साफ है की इन 19 नेताओं का फीडबैक अभी अजय माकन ने नहीं लिया है, तो फिर ऐसे में 3 सदस्य कमेटी की रिपोर्ट आना अभी संभव भी नहीं है.