जयपुर. प्रदेश में अब हर दिन कोरोना संक्रमण के 2000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में चिकित्सकों ने भी माना है कि अब धीरे-धीरे हालात विकट होते जा रहे हैं. वहीं राजधानी जयपुर में हालात सबसे विकट है और जयपुर में हर दिन 400 से अधिक संक्रमण के मामले हर दिन सामने आ रहे हैं. ऐसे में चिकित्सकों का कहना है कि बीते कुछ समय में संक्रमित मामलों की संख्या में अचानक वृद्धि देखने को मिली है, जो घातक साबित हो सकती है.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अजीत सिंह का कहना है कि बीते कुछ समय से संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में हालात बिगड़ रहे हैं और जब तक इस बीमारी की वैक्सीन तैयार नहीं होती, तब तक सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर और मास्क के उपयोग से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि फिलहाल एसिंप्टोमेटिक मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. ऐसे में यदि लक्षण सामने आते ही जांच कराई जाए तो जल्द से जल्द इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है. जल्द जांच कराने का फायदा यह भी रहता है कि अन्य लोग संक्रमित नहीं होते. ऐसे में चिकित्सकों ने आमजन से अपील की है और कहा है कि लक्षण दिखते ही मरीज को तुरंत कोविड-19 जांच करानी चाहिए. मरीज यह नहीं सोचे कि 2 से 3 दिन में वह अपने आप ही ठीक हो जाएगा. क्योंकि सही समय पर इलाज मिलने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है और जितनी देरी इलाज करवाने में होगी उतना ही जान को खतरा बना रहेगा.