जयपुर. बजट में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 1200 और अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा की. इस कड़ी में बीते दिनों शिक्षा विभाग ने 211 हिंदी मीडियम स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में बदलने का फैसला लिया. लेकिन शिक्षा विभाग के इस फैसले का विरोध अब तेज हो चला है. प्रदेश में जगह-जगह अभिभावकों और स्थानीय लोगों का विरोध देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को झालाना स्थित सरकारी स्कूल के बाहर एक बड़ा प्रदर्शन देखने को (People demonstrated against English medium school) मिला. जिसका नेतृत्व बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने किया और 15 जुलाई तक संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं मिलने पर 16 जुलाई को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम खोलने की शुरूआत हुई. लेकिन हिंदी मीडियम स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदलने का फैसला अभिभावकों और स्थानीय लोगों को रास नहीं आ रहा. बीते दिनों झालाना स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय को भी शिक्षा विभाग की ओर से इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदला गया. स्कूल में करीब 1200 से ज्यादा बच्चे अध्ययनरत हैं. लेकिन स्कूल में लॉटरी के माध्यम से महज 200 बच्चों की ही प्रवेश प्रक्रिया को पूरा किया गया. साथ ही प्रिंसिपल की ओर से अन्य बच्चों को टीसी लेने की हिदायत दी गई. जिसके बाद से ही छात्रों और अभिभावको में विरोध देखने को मिल रहा है.
इंग्लिश मीडिया के साथ हिंदी मीडियम के स्कूल संचालित करने की मांग: विधायक कालीचरण सराफ के नेतृत्व में स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने इंग्लिश मीडियम स्कूल के साथ ही हिंदी मीडियम स्कूल को भी संचालित करने की मांग रखी. जिसके बाद मौके पर पहुंचे शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षा निदेशक से बात कर 15 जुलाई तक समस्या के समाधान करने का आश्वासन दिया. अधिकारियों के आश्वासन के बाद धरने को 15 जुलाई तक स्थगित करते हुए आदेश जारी नहीं होने पर 16 जुलाई को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है.
कालीचरण सराफ ने कहा बीजेपी सरकार में स्कूल को क्रमोन्नत किया गया: बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने बताया कि ये स्कूल 5वीं तक ही था. हर बार बीजेपी सरकार ने ही इस स्कूल को क्रमोन्नत करते हुए 12वीं तक किया. साथ ही इस स्कूल में करीब 1200 से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं. लेकिन शिक्षा विभाग ने मनमानी करते हुए स्कूल को इंग्लिश मीडियम में बदल दिया. जिसके चलते करीब 1 हजार बच्चों के सामने टीसी कटवाने का संकट बन गया है. ऐसे में मांग है की स्कूल को इंग्लिश मीडियम के साथ ही हिंदी मीडियम भी चलाया जाए. ताकि किसी छात्र को टीसी न कटवानी पड़े.
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा मामले की जानकारी शिक्षा निदेशक को दी जाएगी: इस दौरान मौके पर पहुंचे मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष यादव ने बताया कि इस पूरे मामले की जानकारी शिक्षा निदेशक को दी जाएगी. साथ ही मांग रखी जाएगी की स्कूल को हिंदी और इंग्लिश मीडियम में संचालित किया जाए. हालांकि इस पर फैसला निदेशालय को ही लेना है. बहरहाल, ये वाक्या महज झालाना का नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में यही स्थिति है. ऐसे में जहां-जहां से इस प्रकार की शिकायत मिल रही है, वहां की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी जा रही है. दावा किया जा रहा है कि कोई ना कोई बीच का रास्ता निकालकर छात्रों को राहत दी जाएगी.