जयपुर. करीब 5 सदियों के लंबे इंतजार के बाद बुधवार को रामलला की जन्म स्थली अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने की नींव रख दी गई है. हालांकि, कोरोना संक्रमण की वजह से जयपुर से अयोध्या जाने वालों की इच्छा पर पानी फिर गया. लेकिन उनका उत्साह कम नहीं हुआ.
यही वजह रही कि सुबह से ही राजधानी जयपुर के श्री राम मंदिरों के परिसर और परिसर के बाहर श्रद्धालु पहुंचे, और यहां भगवान श्री राम की आराधना करते हुए नजर आए. राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का सपना देख रहे, राम भक्तों का सपना आज साकार हो गया. अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन और आधारशिला रखने का कार्यक्रम संपन्न हुआ. अब यहां राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. प्रधानमंत्री के हाथों भूमि पूजन किया गया.
इस बीच जयपुर वासियों में भी उत्साह नजर आया. राम भक्त सुबह से ही राम मंदिरों में अर्चना करने पहुंचने लगे. हालांकि कोरोना गाइडलाइन के चलते फिलहाल मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोले गए. ऐसे में लोगों ने मंदिर परिसर में ही भगवान श्रीराम का पोस्टर लगाकर उनकी आरती की.
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इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया. साथ ही लोगों ने घर में बने हुए प्रसाद को भी वितरित किया. राम भक्तों ने बताया कि 5 सदी का इंतजार आज खत्म हुआ है. जिस मंदिर के निर्माण का सपना देखा गया था, वो सपना अब साकार होता दिख रहा है. वहीं इस दौरान राम भक्तों ने सितंबर 1990 में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की राम रथ यात्रा के जयपुर पहुंचने, और उस दौरान शहर में देखने को मिले नजारे का भी जिक्र किया.
वहीं अयोध्या की तरह ही छोटी काशी जयपुर में दीपावली मनाने की तैयारी की जा रही है. जहां शहरवासी अपने-अपने घरों के बाहर दीप प्रज्ज्वलित करेंगे. वहीं मंदिरों के बाहर महाआरती का भी आयोजन किया जाएगा. इस दौरान शहर भर में आतिशबाजी भी होगी.
उमाकांत महाराज ने जताई भंडारा चलाने की इच्छा
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का भूमिपूजन को लेकर संत समाज में भी खुशी की लहर है. ऐसे में जयगुरुदेव आश्रम के पूज्य संत बाबा उमाकांत महाराज ने भी राम मंदिर निर्माण के दौरान भोजन भंडारा चलाने की इच्छा जताई है. उन्होंने संगत के प्रेमियों से अपील की है कि अगर परमिशन मिल जाएं तो मंदिर बनाने में जो सेवा करने वाले लोग हैं उनके लिए दोनों समय का भोजन भंडारा आरंभ करें.