जयपुर. राजधानी में कोरोना वायरस के मरीजों की एंट्री के साथ ही दहशत ने भी दस्तक दी है. सरकार ने कोरोना वायरस के मरीजों को एसएमएस अस्पताल से प्रताप नगर स्थित आरयूएचएस अस्पताल में शिफ्ट किया है. यहां नौ संदिग्धों को भेजा गया है. जिसके बाद से इसका विरोध हो रहा है. पहले क्षेत्रीय विधायक अशोक लाहोटी और अब क्षेत्रीय लोगों ने भी इस पर एतराज जताया है. कोरोना वायरस को लेकर शहरवासी कितने जागरूक हैं, ये जानने जब ईटीवी भारत प्रताप नगर स्थित गोकुलधाम सोसायटी पहुंचा, तो वहां ये विरोध झलक पड़ा.
यहां लोगों ने बताया कि कोरोना वायरस पड़ोसी देश चीन से फैली हुई बीमारी है. जिसके पॉजिटिव केस अब देश में भी देखने को मिल रहे हैं. हालांकि यहां घर से बाहर निकला पुरुष वर्ग तो एहतियात के तौर पर मास्क लगाए मिला. लेकिन बच्चों के लिए अभी भी स्कूल से नोटिफिकेशन निकाले जाने का इंतजार किया जा रहा है.
वहीं क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि चीन में हजारों की संख्या में कोरोना वायरस से लोगों की मौत हो रही है. वहां एहतियात के तौर पर पॉजिटिव मरीजों को शहर के बाहर अस्पताल बना कर रखा जा रहा है. लेकिन यहां आरयूएचएस जोकि प्रताप नगर आबादी क्षेत्र में बना है, वहां पॉजिटिव और संदिग्ध मरीजों को रखा जा रहा है. ये सरकार के रवैये पर सवाल खड़े करता है.
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सरकार ने आरयूएचएस के आदेश तो जारी कर दिए. लेकिन इस आदेश में ये नहीं बताया है कि आरयूएचएस में नियमित उपचार के लिए आने वाले मरीजों को बुधवार से अस्पताल में आना है या नहीं. ऐसे में सरकारी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.