जयपुर. पेगासस जासूसी (Pegasus spying) मामले में राजभवन के घेराव के दौरान कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा (Ganesh Ghogra) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) को लेकर विवादित बयान दिया. इस बयान पर अब सियासत गरमा गई है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) ने कहा कि जिस तरह का भाषण गणेश घोघरा देता है वैसा तो कोई गली का बच्चा भी नहीं देता. मुझे घोघरा की बुद्धि पर ही तरस आता है.
जयपुर में गुरुवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कटारिया ने कहा कि गणेश घोघरा (Ganesh Ghogra) ने जिस प्रकार का भाषण दिया है उसके बारे में तो उनकी पार्टी को ही संज्ञान लेना चाहिए कि उनके बोल सही है या नहीं. साथ ही घोघरा बोलने लायक हैं भी या नहीं. राजभवन के घेराव में राज्यपाल की सुरक्षा से जुड़े सवाल पर कटारिया ने कहा कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री (Ashok Gehlot) पहले ही बोल चुके हैं कि यदि कानून व्यवस्था बिगड़ी तो मैं जिम्मेदार नहीं होऊंगा. ऐसे में अब सुरक्षा व्यवस्था तो राम भरोसे ही है.
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वहीं, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने भी गणेश घोघरा के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए उसकी निंदा की है. राठौड़ ने बयान जारी कर कहा कि राज्यपाल के लिए एजेंट जैसे शब्दों का संबोधन लोकतांत्रिक परंपराओं और संविधान का अपमान है. ये राजस्थान (Rajasthan) की राजनीतिक संस्कृति पर कालिख पोतने के समान है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के नेता लगातार शिष्टाचार भूल कर राज्यपाल जैसे पद की गरिमा को अपमानित करने का काम कर रहे हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस (Rajasthan Congress) से जुड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने पेगासस फोन जासूसी (Pegasus Snooping) मामले में राजभवन का घेराव किया था. इस दौरान विधायक गणेश घोघरा ने विवादित भाषण दिया. वहीं, राज्यपाल कलराज मिश्र को लेकर भी उन्होंने विवादित बयान दिया.