जयपुर. अपनी मांगों को लेकर पटवारी पिछले 14 महीनों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं और 15 फरवरी से शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. चार दौर की वार्ता होने के बाद सरकार की ओर से पटवारियों के पास कोई बुलावा नहीं आया. इसके बाद बुधवार को राजस्थान पटवार संघ अपना मांग पत्र लेकर सीएमओ पहुंच गया और वहां के आला अधिकारियों से उनकी वार्ता हुई.
सीएमओ की ओर से कहा गया है कि राजस्थान पटवार संघ की अगले 2 दिनों में मुख्य सचिव से वार्ता कराई जा सकती है और इस हाई लेवल मीटिंग में प्रमुख शासन सचिव वित्त और प्रमुख शासन सचिव राजस्व भी मौजूद रहेंगे
राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल ने बताया कि हम चाहते हैं कि सरकार से संवाद बना रहे संवाद से ही बात आगे बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं सरकार इस मामले को टालना चाह रही है. निमिवाल ने कहा कि हमने सरकार को कह दिया है कि जब तक ग्रेड पे 3600 नहीं मिलती है तो हम अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. हाई लेवल मीटिंग में डीओपी के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. यदि सरकार पॉजिटिव माइंड से बैठक में शामिल होगी तो हमें नहीं लगता कि इसमें हमारी मांगे पूरी होने में किसी प्रकार की परेशानी होगी. सरकार को भी कुछ बातें राजस्थान पटवार संघ की ओर से बताई गई है ताकि वह हमें ग्रेड पर 3600 दे सके.
निमिवाल ने कहा कि सरकार को बड़े राजस्व की हानि हो रही है नामांतरण, पंजीयन, वसूली, अतिक्रमण हटाने आदि ऐसे काम हैं जो पूरी तरह से ठप पड़े हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में हालत और भी ज्यादा खराब है. यहां ऐसे विवादों की संख्या में इजाफा हो रहा है जो पटवारी जमीनी स्तर पर ही निपटा दिया करते थे. पटवारी की ओर से काम नहीं करने के कारण पुलिस के पास मुकदमों में भी बढ़ोतरी हो रही है.
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निमिवाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मुख्य सचिव से हुई वार्ता में भी हमारी मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं निकलता है तो हमें ऐसा रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा जो हमारे लिए शोभनीय नहीं होगा. सरकार ने हमारे साथ वादाखिलाफी की और पिछले 14 महीनों से हमारा शोषण किया जा रहा है.
राजस्व मंत्री के खिलाफ भी नाराजगी जताते हुए निमिवाल ने कहा कि हम 15 फरवरी से शहीद स्मारक पर बैठे हैं लेकिन राजस्व मंत्री एक बार भी हमारे बीच नहीं आए. वे हमारे परिवार के मुखिया हैं और मुखिया होने के नाते भी हमारे बीच आ सकते हैं, उन्हें किस बात का डर लग रहा है. उन्हें हमारे बीच आकर हमारी मांगों को लेकर पटवारियों को संतुष्ट करना चाहिए. निमिवाल ने कहा कि 9 मार्च से हम लोगों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी गई है और 9 मार्च से कार्य बहिष्कार के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में सरकार की विफलता भी लोगों को बताएंगे.