जयपुर. राजस्थान मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षक कर्मियों का सरकार के खिलाफ विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. मांगें नहीं मानने के कारण तीनों ही कैडर में सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है. मंगलवार रात को पैराटीचर्स ने अनूठे तरीके से सरकार का विरोध जताया. पैराटीचर्स ने रातभर शहीद स्मारक के चारों तरफ मशाल परिक्रमा कर सरकार का विरोध किया और यह विरोध सुबह 6 बजे तक जारी रहा.
राजस्थान मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षा कर्मी संघर्ष समिति के बैनर तले पैराटीचर्स प्रदेश की कांग्रेस सरकार का लगातार विरोध कर रहे हैं. तीनों ही कैडर की मांग है कि उन को नियमित किया जाए और इसके लिए वे काफी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं.
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पैराटीचर्स को नियमित करने का कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी वादा किया था लेकिन 3 साल बीतने के बावजूद पैराटीचर्स को नियमित नहीं किया जा रहा. सरकार ने 30 सितंबर तक इन्हें नियुक्ति आदेश देने का वादा किया था जो गहलोत सरकार ने पूरा नहीं किया. इस कारण तीनों ही कैडर में सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है. पैराटीचर्स 15 अक्टूबर से शहीद स्मारक पर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और दांडी यात्रा संयोजक शमशेर भालू खान पिछले कई दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं.
सोमवार को प्रदेश के सैकड़ों पैराटीचर्स ने अपने परिजनों के साथ शहीद स्मारक महापड़ाव डाला था. मंगलवार रात को पैरा टीचर्स ने सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध जताया. पैराटीचर्स ने मंगलवार रात से बुधवार सुबह 6 बजे तक शहीद स्मारक पर मशाल परिक्रमा की. अपने हाथों में मशाल लेकर पैराटीचर्स ने शहीद स्मारक की परिक्रमा की. परिक्रमा करते समय पैराटीचर्स गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया और नारेबाजी की. शमशेर भालू खान ने कहा कि अब सरकार से हमारी आर पार की लड़ाई है और जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाती, यहां से नहीं उठेंगे.
संघर्ष समिति के पदाधिकारी आजम खान पठान ने कहा कि इतने लंबे समय तक संघर्ष करने के बावजूद भी सरकार हमारी सुनवाई नहीं कर रही है. यदि सरकार ने हमारी सुनवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में हम आंदोलन को और उग्र करेंगे. आजम खान पठान ने डोटासरा को लेकर भी नाराजगी जताई. उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से एक प्रतिनिधिमंडल मिलने गया था और उन्हें डोटासरा ने कहा कि आपका कुछ नहीं होगा आप बैठे रहो. पठान ने कहा कि इसका मतलब सरकार ने हमसे झूठे वादे किए थे.