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पुष्य नक्षत्र पर प्रथम पूज्य का पंचामृत अभिषेक, कोरोना मुक्ति की प्रार्थना

गुलाबी नगरी की पहचान में यहां के ऐतिहासिक मंदिरों का काफी महत्व है. मंदिरों की बहुतायत की वजह से ही शहर को छोटी काशी भी कहते हैं. यहां स्थित मोती डूंगरी गणेश मंदिर में शनिवार को पुष्य नक्षत्र पर गजानंद जी का पंचामृत और दूध से अभिषेक हुआ.

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कोरोना मुक्ति की प्रार्थना
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Published : Dec 5, 2020, 1:23 PM IST

जयपुर. छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर में शनिवार को पुष्य नक्षत्र पर गजानंद जी का पंचामृत और दूध से अभिषेक हुआ. वहीं फूल बंगला झांकी के दर्शन कर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए. जहां भगवान गणेश जी से विश्व मानवता को कोरोना महामारी से शीघ्र मुक्त करने की प्रार्थना की गई.

वहीं मन्दिर महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में गणपति बप्पा का 251 किलो दूध, 21 किलो दही, सवा पांच किलो घी, 21 किलो बुरा, शहद और केवड़ा जल से अभिषेक किया गया. इसके बाद गंगाजल से शुद्ध स्नान कराया गया. वहीं नवीन पोशाक धारण करवाकर फूल बंगला झांकी सजाई गई और अथर्ववेद के मंत्रों के साथ प्रथम पूज्य रिद्धि-सिद्धि के दाता को मोदक अर्पित किए गए. वहीं बाद में स्टॉल पर पैकेट्स बनाकर प्रसाद भक्तों में बाट दिया गया.

यह भी पढ़ें: डूंगरपुर दौरे पर रहे महंत नरेन्द्र गिरि...दिगंबर रोहितपुरी खीरेश्वर महादेव मंदिर व निरंजनी अखाड़े से बहिष्कृत

इसके अलावा शहर के बड़ी चौपड़ ध्वजाधीश गणेश जी मंदिर, चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेश जी, बंगला बाबा आश्रम के गणेश सहित अन्य गणेश मंदिरों में भी अभिषेक हुए. जहां भक्तों ने दर्शन कर प्रथम पूज्य के दर पर धोक लगाई.

जयपुर. छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर में शनिवार को पुष्य नक्षत्र पर गजानंद जी का पंचामृत और दूध से अभिषेक हुआ. वहीं फूल बंगला झांकी के दर्शन कर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए. जहां भगवान गणेश जी से विश्व मानवता को कोरोना महामारी से शीघ्र मुक्त करने की प्रार्थना की गई.

वहीं मन्दिर महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में गणपति बप्पा का 251 किलो दूध, 21 किलो दही, सवा पांच किलो घी, 21 किलो बुरा, शहद और केवड़ा जल से अभिषेक किया गया. इसके बाद गंगाजल से शुद्ध स्नान कराया गया. वहीं नवीन पोशाक धारण करवाकर फूल बंगला झांकी सजाई गई और अथर्ववेद के मंत्रों के साथ प्रथम पूज्य रिद्धि-सिद्धि के दाता को मोदक अर्पित किए गए. वहीं बाद में स्टॉल पर पैकेट्स बनाकर प्रसाद भक्तों में बाट दिया गया.

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इसके अलावा शहर के बड़ी चौपड़ ध्वजाधीश गणेश जी मंदिर, चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेश जी, बंगला बाबा आश्रम के गणेश सहित अन्य गणेश मंदिरों में भी अभिषेक हुए. जहां भक्तों ने दर्शन कर प्रथम पूज्य के दर पर धोक लगाई.

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