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5 महीने की गर्भवती की गोली मारकर की गई थी हत्या, पिता ने CM से की CBI जांच की मांग

श्रीगंगानगर के पल्लवी मिड्डा दोहरा हत्याकांड गरमाता जा रहा है. 7 मार्च को पल्ल्वी और उसके पेट में पल रहे 5 महीने के बच्चे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं मिलने और मुख्य आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किए जाने के चलते पीड़ित परिजन जयपुर पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया, जिसमें इस केस की जांच सीबीआई से कराने का आग्रह किया गया है.

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पल्लवी मिड्डा दोहरा हत्याकांड
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Published : Mar 22, 2021, 8:58 PM IST

जयपुर. 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का ये नारा हर किसी दीवारों पर लिखे मिल जाएंगे. जबकि वास्तव में प्रदेश में महिला सुरक्षा की हकीकत कुछ और ही है, जो सिर्फ एक पीड़ित परिवार ही जानता है. श्रीगंगानगर जिले के पल्लवी मिड्डा दोहरा हत्याकांड इस बात का जीता जागता उदाहरण है.

मुख्यमंत्री से CBI जांच की मांग

दरअसल, 7 मार्च को दहेज के लालची ससुराल पक्ष ने कैसे अपनी नई नवेली गर्भवती बहू को उसके पेट में पल रहे 5 महीने के अजन्मे बच्चे के साथ दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद काफी धरने और प्रदर्शनों के बाद भी श्रीगंगानगर पुलिस अपनी कछुआ चाल से जांच चला रहा है. ऐसे में पीड़ित पक्ष सोमवार को राजधानी जयपुर पहुंचा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई.

यह भी पढ़ें: खाकी फिर शर्मसार: बछड़ी चोरी की जांच करने गए ASI पर दुष्कर्म का आरोप, ग्रामीणों ने बंधक बनाया

पीड़ित पक्ष के पुष्पेंद्र भूटानी ने प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि, हत्याकांड के जांच अधिकारी अरविंद बराड़ इसे महज एक दुर्घटना बताकर अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं. यहां तक की कोर्ट में उनके लिए पैरवी तक कर रहे हैं. जहां पुलिस रिमांड मांगना है, वहां न्यायिक अभिरक्षा में अपराधियों को सुरक्षित भेज रहे हैं. यही वजह है कि, श्रीगंगानगर में विरोध प्रदर्शन के बावजूद अपराधी नहीं पकड़े गए हैं. ऐसे में मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री की शरण में पहुंचे हैं.

जयपुर. 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का ये नारा हर किसी दीवारों पर लिखे मिल जाएंगे. जबकि वास्तव में प्रदेश में महिला सुरक्षा की हकीकत कुछ और ही है, जो सिर्फ एक पीड़ित परिवार ही जानता है. श्रीगंगानगर जिले के पल्लवी मिड्डा दोहरा हत्याकांड इस बात का जीता जागता उदाहरण है.

मुख्यमंत्री से CBI जांच की मांग

दरअसल, 7 मार्च को दहेज के लालची ससुराल पक्ष ने कैसे अपनी नई नवेली गर्भवती बहू को उसके पेट में पल रहे 5 महीने के अजन्मे बच्चे के साथ दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद काफी धरने और प्रदर्शनों के बाद भी श्रीगंगानगर पुलिस अपनी कछुआ चाल से जांच चला रहा है. ऐसे में पीड़ित पक्ष सोमवार को राजधानी जयपुर पहुंचा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई.

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पीड़ित पक्ष के पुष्पेंद्र भूटानी ने प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि, हत्याकांड के जांच अधिकारी अरविंद बराड़ इसे महज एक दुर्घटना बताकर अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं. यहां तक की कोर्ट में उनके लिए पैरवी तक कर रहे हैं. जहां पुलिस रिमांड मांगना है, वहां न्यायिक अभिरक्षा में अपराधियों को सुरक्षित भेज रहे हैं. यही वजह है कि, श्रीगंगानगर में विरोध प्रदर्शन के बावजूद अपराधी नहीं पकड़े गए हैं. ऐसे में मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री की शरण में पहुंचे हैं.

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