जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. वहीं ऑक्सीजन को लेकर लगातार हाहाकार मचा हुआ है. इसको देखते हुए राजस्थान परिवहन विभाग की ओर से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए टैंकर सप्लायर्स से 2 दिन पहले प्रस्ताव भी मांगे गए थे. इसको लेकर परिवहन विभाग की ओर से अपनी ईमेल आईडी और अपने व्हाट्सएप नंबर पर प्रस्ताव भिजवाने के लिए भी मांग की गई थी.
इसको लेकर परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी ने रविवार को एक आदेश जारी कर टैंकर सप्लायर से प्राप्त प्रस्तावों के लिए विभागीय समिति का गठन किया था. इस समिति के अंतर्गत प्रति टैंकर प्रति किलोमीटर युक्तियुक्त दरों का निर्धारण करें अनुमोदित करते हुए टैंकर मालिकों को स्वीकृति पत्र जारी करना था. लेकिन इस बीच परिवहन विभाग से एक बड़ी खबर भी सामने आ रही है.
बता दें कि विभाग की ओर से 2 दिन पहले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए टैंकर सप्लायर से प्रस्ताव तो मांगे लेकिन किसी भी टैंकर सप्लायर्स के पास ऑक्सीजन का टैंकर नहीं मिल पा रहा है. जिन सभी लोगों ने परिवहन विभाग की ईमेल आईडी और व्हाट्सएप नंबर प्रस्ताव दिए उन सभी में पेट्रोल डीजल और सीएनजी के ट्रैक ही प्रस्ताव भेज रहे हैं. परिवहन विभाग की ओर से राजस्थान ही नहीं पूरे देश भर के अंतर्गत सभी ट्रांसपोर्ट से प्रस्ताव मांगे गए हैं.
जयपुर rto ने 200 से अधिक लोगो से किया संपर्क
जयपुर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राकेश शर्मा की ओर से भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में जयपुर की टीम की ओर से 200 से अधिक लोगों से इस संबंध में बात भी की गई है. लेकिन अभी तक राजस्थान परिवहन विभाग को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए टैंकर सप्लायर्स की ओर से एक भी प्रस्ताव फाइनल नहीं मिल पाया है.
हालांकि परिवहन विभाग के कुछ अधिकारियों का कहना है कि टैंकर सप्लायर्स की ओर से इस समय जितनी भी रेट प्रति किलोमीटर विभाग को दी जाएगी. विभाग उसी रेट पर उनसे टैंकर मिलेगा, लेकिन टैंकर सप्लायर्स के पास ऑक्सीजन के परिवहन के लिए ऑक्सीजन टैंकर ही नहीं है. इसके चलते अभी तक परिवहन विभाग को एक भी टैंकर ने मिल पाया है और ऑक्सीजन का परिवहन अभी भी कम हो रहा है.