जयपुर. अफ्रीका महाद्वीप के घने घास के मैदानों में शेरों पर भी दबदबा रखने वाले धरती के सबसे बड़े पक्षी शतुर्मुर्गों को आखिरकार जयपुर का माहौल रास आने लगा है. जयपुर में मादा शतुरमुर्ग अवंतिका ने 8 अंडे दिए हैं. पिछले दिनों जयपुर में मौजूद नर शुतुरमुर्ग बाहुबली के लिए 2 मादा शुतुरमुर्ग चेन्नई से लायीं गईं थीं. उनमें से एक का नाम अवंतिका था और दूसरी का नाम देवसेना है.
पूरे राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि यहां किसी शुतुरमुर्ग ने अंडे दिए हैं. इसके अंडे का आकार भी धरती के सबसे बड़े अंडों में शामिल है. पशु चिकित्सकों का मानना है कि ये प्रकिया जारी रहेगी और शुतुरमुर्ग की ओर से और भी अंडे दिए जाएंगे.
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जयपुर जू के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी अरविंद माथुर ने कहा कि पहले बाहुबली और देवसेना की जोड़ी लायी गयी थी. इनके आने के कुछ दिन बाद ही देवसेना की मौत हो गयी थी. इसके बाद बाहुबली अकेला था, अब जब जनवरी में देवसेना की जगह दो और मादा लायी गई, जिनमें अवंतिका ने जून की शुरुआत से ही अंडे देना शुरू कर दिया है. अब तक 8 अंडे दिए जा चुके हैं, उनमें से हर एक अंडे का वजन कम से कम 1300 ग्राम है.
कहा जाता है कि जैसे शुतुरमुर्ग धरती का सबसे बड़ा पक्षी होता है, वैसे ही शुतुरमुर्गों के अंडे भी धरती के सबसे बड़े अंडे होते हैं. अभी अंडे देने की प्रक्रिया अगले 15 दिन जारी रहेगी. अभी अवंतिका ने अंडे दिए हैं उसके बाद उम्मीद है कि अवंतिका साथ आई दूसरी मादा देवसेना-2 भी जल्दी ही अंडे देगी. वहीं, सभी अंडे होने के बाद मादा उनमें से सही अंडे चुनेगी और उनको 60 दिन तक सेहेगी, उसके बाद इन अंडों में से नए चूजे पैदा होंगे. अगर ऐसा होता है तो इनकी तादाद में काफी तेजी से बढ़ोतरी होगी.