जयपुर. राजस्थान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शिक्षा विभाग में विभिन्न आयोजन हो रहे (Program organized under Amrit Mahotsav) हैं. इस क्रम में मंगलवार को पुरस्कृत शिक्षक संघ की ओर से शहीद अमित भारद्वाज की स्मृति में सांप्रदायिक सद्भाव और सिंगल यूज प्लास्टिक का बहिष्कार उद्देश्य को लेकर आयोजन हुआ. 6 अगस्त को प्रदेश के सभी स्कूलों में एक साथ एक ही समय पर 4 देशभक्ति गीत गाए जाएंगे. इस ऐतिहासिक लम्हे के गवाह खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बनेंगे.
राष्ट्रभक्ति गीतों के कार्यक्रम में दावा किया जा रहा है कि करीब 75 लाख से ज्यादा छात्र और शिक्षक शामिल होंगे. इसे लेकर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि 4 गीतों का सलेक्शन किया गया है. पहला वंदे मातरम और समापन में जन गण मन और बीच में दो देश भक्ति और आजादी से संबंधित गीत ( सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा और आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की) होंगे. ये गीत सीएम के आतिथ्य में होंगे और पूरे प्रदेश में एक साथ एक समय पर एक कार्यक्रम होगा. जिसकी रूपरेखा बन गई है. इसके संबंध में एक-दो दिन में निर्देश भी जारी हो जाएंगे. ये अपने आप में अनुपम और अद्वितीय प्रोग्राम होगा. जिसमें एक साथ लाखों छात्र और शिक्षक एक ही समय में एक ही गीत गाएंगे.
शहीद अमित भारद्वाज की स्मृति में सांप्रदायिक सद्भाव में कार्यक्रम का आयोजन: वहीं मंगलवार को पुरस्कृत शिक्षक संघ की ओर से शहीद अमित भारद्वाज की स्मृति में सांप्रदायिक सद्भाव और सिंगल यूज प्लास्टिक का बहिष्कार उद्देश्य को लेकर आयोजन हुआ. जिसमें शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इसके अलावा राजस्थान समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष अर्चना शर्मा भी मौजूद रहीं. कार्यक्रम को लेकर मंत्री कल्ला ने कहा कि ये दोनों ही उद्देश्य अद्वितीय हैं. चूंकि प्लास्टिक से प्रदूषण अनियंत्रित होता जा रहा है और पर्यावरण को बचाए रखने के लिए प्लास्टिक का बहिष्कार बहुत जरूरी है. इसके लिए विद्यार्थियों में भी जागरूकता लाई गई है. जहां तक सांप्रदायिक सद्भाव का सवाल है, अमृत महोत्सव आजादी का चल रहा है. जिस तरह सभी लोग आजादी के आंदोलन में एक रहे थे. हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी ने मिलकर देश की आजादी को प्राप्त करने के लिए एकजुट होकर लड़ाई लड़ी थी. वैसे ही आजादी की रक्षा के लिए सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि कहते हैं 'मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना, हिंदी है हम वतन है, हिंदुस्तान हमारा. सारे देश के लोग मिलकर इस आजादी की रक्षा करें. एक-दूसरे की भाषा, जाति, मजहब और धर्म का आदर करें. एक दूसरे को अलग करने की प्रवृत्ति से दूर रखें. ताकि अनेकता में एकता जो हमारे पूर्वजों ने रखी थी, वो बनी रहे. इस दौरान जरूरतमंद विद्यार्थियों को स्टेशनरी वितरित करते हुए स्कूल चलो अभियान और सिंगल यूज प्लास्टिक बहिष्कार अभियान शुरू करते हुए कॉटन बैग भी वितरित किए गए.