जयपुर. प्रदेश के हर राजकीय चिकित्सालय को ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से स्वायत्त शासन विभाग की 48 नगरीय निकायों में 58 ऑक्सीजन प्लांट और नगरीय विकास विभाग की 11 नगरीय इकाइयों में 47 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे. ऑक्सीजन प्लांट लगाने की संपूर्ण प्रक्रिया के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने प्रदेश के राजकीय चिकित्सालय में अलग-अलग क्षमता के प्लांट लगाने के लिए तकनीकी मापदंड और तकनीक का निर्धारण किया है.
ये सभी ऑक्सीजन प्लांट एक वर्ष के संचालन- रखरखाव और 2 साल की वारंटी के साथ 2 महीने में स्थापित किए जाएंगे. इसी तरह 59 शहरों के राजकीय चिकित्सालय में स्थित 5 हज़ार 786 हॉस्पिटल बेड पर प्रतिदिन पाइप के माध्यम से और 10 हजार 125 सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन पहुंचाई जा सकेगी. इस तरह कुल 97 मैट्रिक टन ऑक्सीजन राजकीय चिकित्सालयों को उपलब्ध हो सकेगी.
स्वायत्त शासन विभाग के 48 नगरीय निकाय, जहां पहले चरण में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
- किशनगढ़-ब्यावर, सुमेरपुर, कोटपुतली, कुचामन सिटी, सोजत सिटी, भीनमाल, निवाई, केकड़ी, फलोदी - 43 बेड क्षमता
- बालोतरा, बांसवाड़ा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जालौर, झुंझुनू, नागौर, पाली, सीकर, सिरोही - 86 बेड क्षमता
- चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, दौसा, डूंगरपुर, टोंक, धौलपुर, जैसलमेर, झालावाड़, झालरापाटन, मकराना, राजसमंद, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, आबूरोड, नाथद्वारा - 57 बेड क्षमता
- सुजानगढ़, निंबाहेड़ा, रतनगढ़, सरदारशहर, नवलगढ़, मेड़ता सिटी, फतेहपुर, देवली, सूरतगढ़, पीपाड़ सिटी, शाहपुरा, रींगस, पिलानी, बामनवास - 29 बेड क्षमता
नगरीय विकास विभाग की 11 नगरीय इकाई, जहां पहले चरण में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
- अजमेर, भरतपुर और भीलवाड़ा-171 बेड क्षमता
- बीकानेर - 229 बेड क्षमता
- जयपुर - 857 बेड क्षमता
- जोधपुर और कोटा - 600 बेड क्षमता
- उदयपुर - 346 बेड क्षमता
- अलवर - 86 बेड क्षमता
- भिवाड़ी - 46 बेड समता
- बाड़मेर - 29 बेड क्षमता
इसके बाद दूसरे चरण में शेष रही नगरीय निकायों में 100 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए रेट कॉन्ट्रैक्ट के तहत एक्सप्रेस ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी कर दी गई है. जल्द ही दूसरे चरण के शेष रहे शहरों का कार्य आदेश भी जारी कर दिया जाएगा.