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जयपुर: सिविल लाइन जोन उपायुक्त रामकिशोर मेहता के एपीओ आदेश का विरोध

जयपुर नगर निगम सिविल लाइन जोन के उपायुक्त रामकिशोर मेहता को एपीओ किया गया है और आगामी आदेशों तक उनका मुख्यालय जैसलमेर नगर परिषद रहेगा. जयपुर नगर निगम संयुक्त अधिकारी और कर्मचारी समन्वय समिति ने इस आदेश का विरोध करते हुए निगम प्रशासक विजय पाल सिंह को ज्ञापन सौंपा है.

जयपुर न्यूज, jaipur news
जोन उपायुक्त रामकिशोर मेहता को एपीओ किए जाने का विरोध
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Published : Apr 13, 2020, 7:48 PM IST

जयपुर. नगर निगम प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी फिलहाल कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन खाद्य सामग्री और बाजारों में दुकानों के आगे गोले बनवाने का काम कर रहे हैं.

सिविल लाइन जोन उपायुक्त रामकिशोर मेहता भी इसी काम में जुटे हुए हैं, लेकिन इस बीच स्वायत्त शासन विभाग की ओर से मेहता को एपीओ करने का आदेश निकालते हुए, नगर परिषद जैसलमेर में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसका अब विरोध हो रहा है.

निगम के संयुक्त अधिकारी एवं कर्मचारी समन्वय समिति अध्यक्ष कोमल यादव ने बताया कि निगम प्रशासन अभी कोरोना वायरस के संक्रमण से शहर को बचाने के प्रयासों में जुटा हुआ है.

जोन उपायुक्त रामकिशोर मेहता को एपीओ किए जाने का विरोध

पढ़ें: कोरोना संकट के बीच जयपुर में दिखी 'गंगा-जमुनी तहजीब', हिंदू की मौत पर मुस्लिम भाइयों ने दिया कंधा

सभी जोन अधिकारी और कर्मचारी भी दिन-रात निस्वार्थ भाव से सरकार के निर्देशानुसार कार्य कर रहे हैं. बावजूद इसके रामकिशोर मेहता को एपीओ कर उनका मुख्यालय जैसलमेर करने से निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.

उन्होंने कहा कि इससे अधिकारियों के मनोबल को ठेस पहुंची है और इसका विपरीत प्रभाव भी पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने निगम प्रशासक को अधिकारियों के संरक्षण और न्याय दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा.

पढ़ें: Corona Update: राजस्थान में दोपहर 2 बजे तक 47 नए मामले आए सामने, कुल आंकड़ा पहुंचा 847 पर

बता दें कि रामकिशोर मेहता सिविल लाइन जोन में उपायुक्त के पद पर कार्यरत रहते हुए सैनिटेशन, भोजन वितरण और साफ-सफाई के कार्य में भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसी दौरान स्वायत्त शासन विभाग की ओर से उन्हें एपीओ करने के आदेश निकाले गए.

जयपुर. नगर निगम प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी फिलहाल कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन खाद्य सामग्री और बाजारों में दुकानों के आगे गोले बनवाने का काम कर रहे हैं.

सिविल लाइन जोन उपायुक्त रामकिशोर मेहता भी इसी काम में जुटे हुए हैं, लेकिन इस बीच स्वायत्त शासन विभाग की ओर से मेहता को एपीओ करने का आदेश निकालते हुए, नगर परिषद जैसलमेर में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसका अब विरोध हो रहा है.

निगम के संयुक्त अधिकारी एवं कर्मचारी समन्वय समिति अध्यक्ष कोमल यादव ने बताया कि निगम प्रशासन अभी कोरोना वायरस के संक्रमण से शहर को बचाने के प्रयासों में जुटा हुआ है.

जोन उपायुक्त रामकिशोर मेहता को एपीओ किए जाने का विरोध

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सभी जोन अधिकारी और कर्मचारी भी दिन-रात निस्वार्थ भाव से सरकार के निर्देशानुसार कार्य कर रहे हैं. बावजूद इसके रामकिशोर मेहता को एपीओ कर उनका मुख्यालय जैसलमेर करने से निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.

उन्होंने कहा कि इससे अधिकारियों के मनोबल को ठेस पहुंची है और इसका विपरीत प्रभाव भी पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने निगम प्रशासक को अधिकारियों के संरक्षण और न्याय दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा.

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बता दें कि रामकिशोर मेहता सिविल लाइन जोन में उपायुक्त के पद पर कार्यरत रहते हुए सैनिटेशन, भोजन वितरण और साफ-सफाई के कार्य में भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसी दौरान स्वायत्त शासन विभाग की ओर से उन्हें एपीओ करने के आदेश निकाले गए.

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