जयपुर. प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के 2 साल पूरे कर लिए हैं. सरकार के 2 वर्ष पूरे होने पर जयपुर के कारोबारियों का कहना है कि बीते 2 साल में गहलोत सरकार उद्योगों को लेकर बेहतर कार्य कर रही है. चाहे वह एमएसएमई सेक्टर से जुड़ा उद्योग हो या फिर कारोबारियों को ऋण आदि उपलब्ध कराने का फैसला हो. सरकार ने काफी राहत प्रदेश के उद्योग से जुड़े कारोबारियों को बीते 2 साल में प्रदान की है.
फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि बीते 2 साल में गहलोत सरकार ने उद्योगों से जुड़े जो वादे किए थे उन्हें धीरे-धीरे पूरा किया जा रहा है. खासकर एमएसएमई उद्योग से जुड़े कारोबारियों को बीते 2 साल में काफी राहत सरकार की ओर से प्रदान की गई है.
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कारोबारियों का कहना है कि एमएसएमई सेक्टर के लिए कानून बनाने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बना और इस दौरान बिना पूर्व अनुमति छोटे उद्यमियों और स्टार्टअप शुरू करने के लिए सरकार ने अनुमति प्रदान करें. बीते 1 साल में कोविड-19 ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कारोबार और कारोबारियों को काफी प्रभावित किया है.
हालांकि, अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही उद्योग-धंधे शुरू हुए और धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगे हैं. ऐसे में कारोबारियों का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण के दौरान प्रभावित हुए उद्योगों को लेकर सरकार कोई राहत पैकेज दे. साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जो कर सरकार की ओर से उद्योगों पर लगाए गए हैं, उनमें भी राहत प्रदान की जाए.
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कारोबारियों का यह भी कहना है कि कोरोना काल के दौरान व्यापारियों ने सरकार के सामने बिजली के बिल माफ करने की मांग रखी थी, लेकिन सरकार ने इसे लेकर किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाया जिससे व्यापारियों में थोड़ी निराशा जरूर थी.
आने वाले बजट से उम्मीदें...
कारोबारियों का यह भी कहना है कि सरकार के आने वाले बजट को लेकर काफी उम्मीदें हैं क्योंकि बीते 1 साल में प्रदेश के उद्योग धंधे काफी प्रभावित हुए हैं. सरकार से उम्मीद करते हैं कि इसे लेकर आगामी बजट में कोई राहत पैकेज प्रदान करें ताकि एक बार फिर से प्रदेश में कारोबार पूर्ण रूप से पटरी पर लौट सके.