जयपुर. 30 करोड़ की जीएसटी चोरी के मामले में मेसर्स श्री कृष्णा इंटरप्राइजेज जयपुर, मेसर्स इमरान इंपैक्स अजमेर, मेसर्स श्रीराम इस्पात जयपुर और मेसर्स इंदिरा एंटरप्राइजेज जयपुर के द्वारा की गई जीएसटी टैक्स चोरी के मामले में मनोज विजय और अन्य सहयोगी अंकित विजय को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. जिन्हें शुक्रवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से 9 अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था.
इसके बाद सेंट्रल जीएसटी की टीम ने तीसरे आरोपी मास्टरमाइंड रविंद्र विजय को भी शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से 9 अप्रैल तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है. सेंट्रल जीएसटी के प्रधान आयुक्त सीपी गोयल, संयुक्त आयुक्त शशि पवार, उपायुक्त पारुल सिंगल के निर्देशन में कर अपवंचना शाखा ने कार्रवाई को अंजाम दिया है.
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लोक अभियोजक आरएन यादव ने बताया, फर्जी बिल बनाकर टैक्स चोरी की गई है. आरोपियों ने फर्जी बिल जारी करके इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया है. सेंट्रल जीएसटी की टीम लगातार कड़ी मशक्कत करके जीएसटी चोरी करने वालों के खिलाफ शिकंजा कस रही है. आरोपियों ने अपने नौकरों के नाम से फर्में बनाकर उनके बैंक अकाउंट खुद ने मेंटेन किए. तीनों आरोपियों ने लाभ को आपस में बांट लिया. सेंट्रल जीएसटी की टीम आगे भी इसी तरह टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती रहेगी.