जयपुर. आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी (इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी) में आगामी सत्र से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा साइंस और आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) के क्षेत्र में बीटेक और बीसीए की डिग्री लेने का मौका मिलेगा. इसको लेकर सोमवार को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस को लेकर बढ़ते विकल्पों के बारे में बताया गया.
डाटा एक्सचेंज टेक्नोलॉजी के सीईओ डॉ. अजय डाटा ने बताया, कि एआई और डाटा साइंस की ग्लोबली डिमांड बढ़ी है और इससे रोजगार के भी विभिन्न अवसर खुलेंगे. अजय डाटा ने बताया, कि लगातार बैंक डिटेल्स और ओटीपी चुराने की शिकायतें आ रही है क्योंकि भारत देश में डिजिटल को तो बढ़ावा दिया गया है लेकिन अभी डिजिटल प्लेटफार्म को सिक्योर रखने के लिए कोई कानून नहीं है.
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डाटा ने बताया, कि आने वाले समय में जल्द ही भारत देश में 'पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल' आने जा रहा है. इसकी मदद से बैंक डिटेल्स की चोरी को रोका जा सकेगा. उन्होंने बताया, कि नवीनतम पाठ्यक्रम से छात्रों को बाजार के रुझान और प्रौद्योगिकी को सीखने का अवसर मिलेगा. इसी के साथ साइबर क्राइम की दृष्टि से भी यह पाठ्यक्रम फायदेमंद होंगे.