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जयपुर जिले में आने वालों की क्वालिटी स्क्रीनिंग और ट्रैकिंग, राज्य के सीमावर्ती जिलों में अधिकारी लगाने के निर्देश

शनिवार को जयपुर जिले के नोडल अधिकारी ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें में जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस और आईटी विभाग के अधिकारियों कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.

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Published : May 3, 2020, 10:25 AM IST

Updated : May 24, 2020, 11:34 PM IST

जयपुर. जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासन लगातार दिशा निर्देश जारी करने में लगा हुआ है. इसी कड़ी में शनिवार को जिले के नोडल अधिकारी ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस और आईटी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.

व्यक्तियों की क्वालिटी स्क्रीनिंग कराई जाएगी

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, जिले में बाहर के राज्यों से सड़क मार्ग से आने वाले लोगों की राजस्थान सीमा पर पूरी गंभीरता से स्क्रीनिंग की जाए. साथ ही किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराया जाए. इसके लिए कुछ अधिकारियों को राज्यों के सीमावर्ती जिलों में तैनात किया जाए और इसी तरह रेल से आने वाले लोगों के लिए भी रेलवे जंक्शन पर चेक पोस्ट बनाकर स्क्रीनिंग करें.

जिले में बाहर से आने वालों की अपडेटेड संख्या के अनुसार स्क्रीनिंग के लिए टीमों की व्यवस्थाएं रखनी होंगी. कई ऐसे लोगे भी जिले में आ सकते हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण होने के बावजूद लक्षण नहीं दिखाई दे रहे होंगे. इस लिए लोगों की शत प्रतिशत ट्रैकिंग होनी चाहिए. एक भी कोरोना संक्रमित प्रशासन की जानकारी से छूटना नहीं चाहिए.

पढ़ेंः Special Report: सूडान में फंसा ओसियां का व्यापारी, वतन वापसी की लगा रहा गुहार

गांवों के सरपंचों से भी करना होगा संपर्क

उन्होंने निर्देश कहा कि, बाहर से आने वाले व्यक्ति की गांव के सरपंच को भी जानकारी रहनी चाहिए. साथ ही उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी और चिकित्सा अधिकारियों के पास उनका मोबाइल नम्बर, नाम और पता उपलब्ध रहने चाहिए. वहीं, गांव में भी बाहर से लौटे लोगों को प्रोटोकाॅल के अनुसार स्क्रीनिंग, समय-समय पर चिकित्सकीय जांच और 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखने की व्यवस्था करनी होगी. जिसके लिए गांव में आवश्यक्तानुसार सरकारी स्कूल या अन्य बिल्डिंग को संस्थानिक क्वॉरेंटाइन सेंटर्स के रूप में काम लिया जा सकता है.

पढेंः राज्य सरकार प्रवासियों को हवाई जहाज से लाने की डिमांड भी कर सकती है: सांसद राहुल कस्वां

बैठक में जिला कलक्टर डाॅ.जोगाराम, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लाम्बा, नगर निगम के आयुक्त वी.पी.सिंह, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी भारती दीक्षित, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम इकबाल खान, द्वितीय पुरूषोत्तम शर्मा, चतुर्थ अशोक कुमार और अन्य अधिकारी शामिल रहे.

जयपुर. जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासन लगातार दिशा निर्देश जारी करने में लगा हुआ है. इसी कड़ी में शनिवार को जिले के नोडल अधिकारी ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस और आईटी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.

व्यक्तियों की क्वालिटी स्क्रीनिंग कराई जाएगी

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, जिले में बाहर के राज्यों से सड़क मार्ग से आने वाले लोगों की राजस्थान सीमा पर पूरी गंभीरता से स्क्रीनिंग की जाए. साथ ही किसी भी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराया जाए. इसके लिए कुछ अधिकारियों को राज्यों के सीमावर्ती जिलों में तैनात किया जाए और इसी तरह रेल से आने वाले लोगों के लिए भी रेलवे जंक्शन पर चेक पोस्ट बनाकर स्क्रीनिंग करें.

जिले में बाहर से आने वालों की अपडेटेड संख्या के अनुसार स्क्रीनिंग के लिए टीमों की व्यवस्थाएं रखनी होंगी. कई ऐसे लोगे भी जिले में आ सकते हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण होने के बावजूद लक्षण नहीं दिखाई दे रहे होंगे. इस लिए लोगों की शत प्रतिशत ट्रैकिंग होनी चाहिए. एक भी कोरोना संक्रमित प्रशासन की जानकारी से छूटना नहीं चाहिए.

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गांवों के सरपंचों से भी करना होगा संपर्क

उन्होंने निर्देश कहा कि, बाहर से आने वाले व्यक्ति की गांव के सरपंच को भी जानकारी रहनी चाहिए. साथ ही उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी और चिकित्सा अधिकारियों के पास उनका मोबाइल नम्बर, नाम और पता उपलब्ध रहने चाहिए. वहीं, गांव में भी बाहर से लौटे लोगों को प्रोटोकाॅल के अनुसार स्क्रीनिंग, समय-समय पर चिकित्सकीय जांच और 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखने की व्यवस्था करनी होगी. जिसके लिए गांव में आवश्यक्तानुसार सरकारी स्कूल या अन्य बिल्डिंग को संस्थानिक क्वॉरेंटाइन सेंटर्स के रूप में काम लिया जा सकता है.

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बैठक में जिला कलक्टर डाॅ.जोगाराम, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लाम्बा, नगर निगम के आयुक्त वी.पी.सिंह, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी भारती दीक्षित, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम इकबाल खान, द्वितीय पुरूषोत्तम शर्मा, चतुर्थ अशोक कुमार और अन्य अधिकारी शामिल रहे.

Last Updated : May 24, 2020, 11:34 PM IST
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