जयपुर. पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर देशभर में इसके खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में राजधानी जयपुर में रविवार को प्रदेश एनएसयूआई की ओर से पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को विरोध प्रदर्शन किया गया. बनीपार्क की स्थित एनएसयूआई के प्रदेश कार्यालय से कार्यकर्ताओं ने चौपहिया वाहन को तार से बांधकर हाथों से खींचा. साथ ही केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया.
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओ ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग की. छात्र नेता रणवीर सिंघानिया ने बताया कि देश में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में एनएसयूआई की ओर से प्रदर्शन किया गया. सरकार जब तक पेट्रोल और डीजल दाम कम नहीं करेगी, तब तक एनएसयूआई की ओर से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि 20 दिन से लगातार पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ रही है, जिसका आमजन पर बाहर पड़ रहा है. लगातार पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ने से पूरे देश में केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश है.
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साथ ही सिंघानिया ने कहा कि, मनमोहन सरकार के समय कच्चे पेट्रोल डीजल के दाम 38 डॉलर प्रति बैरल था और उस समय पेट्रोल डीजल के दाम 40 रुपए लीटर थे. आज कच्चे तेल के दाम 38 डॉलर प्रति बैरल है. लेकिन पेट्रोल और डीजल के दाम 80 रुपए लीटर है. जिसके विरोध में एनएसयूआई ने प्रदेश मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया है.
साथ ही कहा कि, जयपुर समेत पूरे प्रदेश भर में रविवार को पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन किया गया है. साथ ही कहा कि, कोरोना काल में आमजन की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है. ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि की जा रही है. जिससे महंगाई भी बढ़ने लगी है. इस दौरान एनएसयूआई के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे कोरोना संक्रमित आमजन पर महंगाई का बढ़ाना गलत है. ऐसे में केंद्र सरकार को गरीब और आमजन का भी ध्यान रखना चाहिए.