जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सेज में पाठ्यक्रम कम करने सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर एनएसयूआई ने आज मंगलवार को विश्वविद्यालय में प्रदर्शन (NSUI Protest in Rajasthan University) किया. इसके बाद संगठन के कार्यकर्ता और विद्यार्थी विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार से पैदल मार्च करते हुए कुलपति सचिवालय पहुंचे और यहां धरना दिया. इनका कहना है कि कई बार ध्यान दिलाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया है. उन्होंने विवि प्रशासन पर छात्र हितों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया है.
दरअसल, एनएसयूआई के बैनर तले विद्यार्थी आज राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर इकट्ठा हुए. उनकी मांग है कि कोरोना संकट के कारण पढ़ाई नहीं हो पाई है. इसलिए स्नातक और स्नातकोत्तर का पाठ्यक्रम 50 सिलेबस कम किया जाए. इसके साथ ही पासकोर्स की भांति ऑनर्स कोर्स में भी पेपर ड्यू रखने की व्यवस्था की जाए. ताकि विद्यार्थियों का एक साल खराब नहीं हो. इसी तरह जो विद्यार्थी दूसरे वर्ष में फेल हुए हैं. उनका पेपर ड्यू रखकर तृतीय वर्ष की परीक्षा के साथ पेपर लेने या फीस लौटाने की भी मांग की जा रही है.
पढ़ें- दो साल बाद बोर्ड पैटर्न पर होगी 5वीं की परीक्षा, सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार
इन्हीं मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने मुख्यद्वार पर प्रदर्शन किया. इसके बाद पैदल मार्च करते हुए कुलपति सचिवालय पहुंचे. जहां धरना दिया और कुलपति सचिवालय का घेराव किया. इन विद्यार्थियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा. दरअसल, कोरोना संकट के चलते इस बार विश्वविद्यालय का सत्र प्रभावित हुआ है. स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में तो जनवरी तक प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में अब सिलेबस कम करने की मांग जोर पकड़ने लगी है.