जयपुर. अब हर घर से होगा चीन पर वार. स्वदेशी अपनाने को लेकर के प्रदेश की जनता ने एक मुहिम शुरू की है. जिसके तहत आम जनता के घर जाकर स्वदेशी अपनाने के प्रति उन्हें जागरूक किया जा रहा है. विशेष तौर पर व्यापारियों से आह्वान किया जा रहा है कि चाइनीज आइटम नहीं खरीदें और ना ही बेचे. बता दें कि पूरे देश में चाइना के उत्पादों का पूर्णतया बहिष्कार किया जा रहा है.
जयपुर में स्वदेशी जागरण मंच की ओर से डोर टू डोर जाकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही स्वदेशी सामान की लिस्ट भी उपलब्ध करवाई जा रही है. घरों और दुकानों में पम्पलेट बांटकर स्वदेशी और विदेशी वस्तुओं की पहचान करवाई जा रही है.
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जन समस्या निवारण मंच के अध्यक्ष सूरज सोनी ने बताया कि ऐसे तो पहले से ही स्वदेशी की जागृति का अभियान चल रहा है. अभियान के माध्यम से संदेश दिया जा रहा है कि चाइनीज सामान का बहिष्कार करें और स्वदेशी को अपनाएं. जितना ज्यादा स्वदेशी सामानों का उपभोग होगा, उतनी ही मात्रा में स्वदेशी उत्पादन भी बढ़ेगा.
भारत-चीन की सीमा पर जिस तरह का विवाद चल रहा है, चीन की सेना भारत में घुसने का प्रयास कर रही है, लेकिन भारतीय सेना ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है और चीन को भारत में नहीं घुसने दिया है. अब हमें भी चाइनीज सामान को अपने घरों में नहीं घुसने देना है. ज्यादातर युवाओं से आह्वान किया जा रहा है कि चायनीज उत्पादों का ज्यादा से ज्यादा बहिष्कार करें और स्वदेशी को अपनाएं. जिससे हमारा देश आत्मनिर्भर बन सके और हमारा व्यापार भी उन्नत हो सके.
व्यापारियों को भी जागरूक किया जा रहा है और समझाया जा रहा है कि चाइनीज आइटम भारत में आते हैं और उनका भारत में आधिपत्य हो गया है. विशेष तौर पर व्यापारियों से आव्हान किया जा रहा है कि चाइनीज आइटम नहीं खरीदें और ना ही बेचे. चाइना के उत्पादों का पूर्णतया बहिष्कार किया जा रहा है.
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चाइनीज आइटम भारत में बंद होने चाहिए. जहां पर भी चाइना का सामान बेचा जा रहा है, उनका भी बहिष्कार किया जा रहा है. डोर टू डोर कैंपेन चलाकर लोगों को समझाया जा रहा है, कि यह चाइना का सामान ना केवल देश के लिए घातक है, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था और बाजारों पर भी इसका आधिपत्य धीरे-धीरे होता जा रहा है. लोगों को समझाया जा रहा है, कि चाइना का पूर्णतया बहिष्कार करें. चाइना का कोई भी सामान हमें उपयोग नहीं करना है. केवल स्वदेशी सामानों का ही उपयोग करना है.
स्वदेशी जागरण मंच के महानगर संयोजक आयुष कुमार ने बताया कि आमजन को जागरूक करने के लिए डोर टू डोर कैंपेन शुरू किया गया है और आमजन को यह बताया जा रहा है कि कौन सी चीज चाइनीज है और कौन सी भारतीय है अगर हम स्वदेशी वस्तु का उपयोग करते हैं, तो हमारे देश की उन्नति होती है. उद्योगों का भी विकास होता है. जिस तरह से पूरे देश में चाइना का बहिष्कार हो रहा है, उसको देखते हुए चाईना बौखला गया है और बाजारों में अब चाइनीस वस्तु भी मेड इन इंडिया के नाम से भी आने लगी है.
चाइना ने कई चाइनीज वस्तुओं को मेड इन इंडिया करके बाजारों में उतारना शुरू कर दिया है और जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन हम चाइना की चाल को सफल नहीं होने देंगे. चाइना अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए लोगों को भ्रमित कर रहा है. इसी को देखते हुए घर-घर जाकर हम लोग स्वदेशी वस्तुओं की लिस्ट लोगों को उपलब्ध करवा रहे हैं. जिससे उन्हें स्वदेशी और चाइना की पहचान हो सके। इससे लोगों में भी जागरूकता बढ़ेगी.