जयपुर. प्रदेश में कोयले की कमी (Coal Crisis) के कारण थर्मल आधारित किसी भी बिजली उत्पादन इकाई (Power producer plants in Rajasthan) को बंद नहीं किया गया है. विद्युत उत्पादन निगम की ओर से बकायदा इस संबंध में विज्ञप्ति जारी कर यह स्पष्ट किया गया कि प्रदेश में मांग के अनुरूप बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है.
वहीं सूरतगढ़ में जिन थर्मल आधारित इकाइयों को बंद किया गया है, वे राज्य के लोड डिस्पैच सेंटर के निर्देशानुसार बंद की गई हैं. राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम की ओर से बताया गया कि राज्य के कोयला आधारित विभिन्न विद्युत गृहों में मानकों के अनुसार कोयले की उपलब्धता बनाए रखने के निरंतर प्रयास जारी हैं. वर्तमान में कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनियों एनसीएल और एसईसीएल द्वारा औसतन 6 कोयले की रेक और राज्य को आवंटित कोल ब्लॉक से 10 रैक की रोजाना आपूर्ति हो रही है.
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हाल ही सूरतगढ़ थर्मल की 250-250 मेगावाट की 4 व 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल की 8 नंबर इकाई से बिजली का उत्पादन बंद हो गया है. प्रदेश में बिजली की औसत उपलब्धता 11,565 मेगावाट है, जबकि डिमांड 13,994 मेगावाट हो गई है. रबी के सीजन के कारण यह डिमांड अगले कुछ दिनों में और बढ़ सकती है.