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National Youth Day: गोल्ड मेडल और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद ये युवा बेटियों को दे रहे सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग

भारत में हर साल 12 जनवरी के दिन को युवाओं के लिए समर्पित किया गया है. इस दिन ही स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था. इस साल 2020 में भी इस दिन को पूरे भारत में युवा दिवस के साथ-साथ विवेकानंद की 157वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है. युवा दिवस पर आज हम आप को एक ऐसे युवा ग्रुप से मिलाते है. जिन्होंने गोल्ड मेडल और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद समाज को ऐसा हुनर सिखा रहे है. जिससे मनचलों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा, देखिए जयपुर से स्पेशल रिपोर्ट...

National Youth Day, Self defense training jaipur
जयपुर में बेटियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग
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Published : Jan 12, 2020, 4:07 PM IST

जयपुर. राजधानी के आदर्शनगर सरकारी स्कूल में लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग सुरभि और प्रदीप ट्रेनिग दे रहे ये है. उन्होंने आए दिन लड़कियों के साथ हो रही छेड़छाड़ और दुष्कर्म की घटनों को देखते हुए "NOW I AM SAFE" के नाम से दो साल पहले एक अभियान शुरू किया था, जो आज भी जारी है. इस अभियान के जरिये ये दोनों उन लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते है, जो पैसे खर्च करके कोचिंग नहीं ले सकते.

जयपुर में बेटियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग

पढ़ें- चूरू के राजकीय लोहिया कॉलेज में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का अनावरण

ट्रेनर प्रदीप और सुरभि बताते है उन्होंने जब नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीता और जब मार्शल आर्ट की कोचिंग शुरू की जब लगातार लड़कियों के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही थी. उस वक्त उनकी कोचिंग में आर्थिक रूप से सक्षम लोग अपनी बेटियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के लिए लेकर आ रहे थे, तो उनके मन ये ख्याल आया कि जयपुर में ऐसी कई लड़कियों है जो आर्थिक रूप से कमजोर है. और वो प्राइवेट कोचिंग नहीं ले सकती, इसलिए उन्होंने तय किया की वो सरकारी स्कूलों और स्लम्स में रहने वाली लड़कियों को निशुक्ल आत्म रक्षा के गुर सिखाएंगे, जिससे वो अपनी आत्मरक्षा कर सके.

ट्रेनर सुरभि और प्रदीप बताते है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने और स्लम एरिया में रहने वाली लड़कियों को 10 से 15 दिन तक का बेसिक आत्म रक्षा के गुर सिखाते है. जिससे वो मनचलों के द्वार होने वाली घटना से बच सके. उनका ये अभियान दो साल से लगातार जारी है और इसके तहत अब तक करीब 22 से 25 हजार लड़कियों को वो सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग दे चुके है. जिससे वो ना केवल असामाजिक तत्वों से अपना बचाव कर सके, बल्कि जरूत पडने पर दूसरों भी मदद कर सकती है.

पढ़ें- कोटाः स्वामी विवेकानंद जयंती से पूर्व एबीवीपी ने महाआरती का किया आयोजन

प्रदीप और सुरभि ने पहले अपना ये अभियान जयपुर की सरकारी स्कूलों तक के लिए शुरू किया था, लेकिन अब इनके इस अभियान को लोग पसंद कर रहे है. यही वजह है कि इनके पास जयपुर के अलावा अन्य जिलों की सरकारी स्कूलों से भी ऑफर आ रहे है. प्रदीप ने 2013 में साउथ एशियन गोल्ड मेडल अपने नाम किया था, जबकि सुरभि 2018 में मार्शल आर्ट में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने दर्ज किया है. दोनों अपने हुनर को अपना करियर तो बनाया साथ ही इससे समाज को भी एक दिशा दे रहे है. यूथ डे पर हम इन दोनों युवाओं को सलाम करते है.

जयपुर. राजधानी के आदर्शनगर सरकारी स्कूल में लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग सुरभि और प्रदीप ट्रेनिग दे रहे ये है. उन्होंने आए दिन लड़कियों के साथ हो रही छेड़छाड़ और दुष्कर्म की घटनों को देखते हुए "NOW I AM SAFE" के नाम से दो साल पहले एक अभियान शुरू किया था, जो आज भी जारी है. इस अभियान के जरिये ये दोनों उन लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते है, जो पैसे खर्च करके कोचिंग नहीं ले सकते.

जयपुर में बेटियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग

पढ़ें- चूरू के राजकीय लोहिया कॉलेज में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का अनावरण

ट्रेनर प्रदीप और सुरभि बताते है उन्होंने जब नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीता और जब मार्शल आर्ट की कोचिंग शुरू की जब लगातार लड़कियों के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही थी. उस वक्त उनकी कोचिंग में आर्थिक रूप से सक्षम लोग अपनी बेटियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के लिए लेकर आ रहे थे, तो उनके मन ये ख्याल आया कि जयपुर में ऐसी कई लड़कियों है जो आर्थिक रूप से कमजोर है. और वो प्राइवेट कोचिंग नहीं ले सकती, इसलिए उन्होंने तय किया की वो सरकारी स्कूलों और स्लम्स में रहने वाली लड़कियों को निशुक्ल आत्म रक्षा के गुर सिखाएंगे, जिससे वो अपनी आत्मरक्षा कर सके.

ट्रेनर सुरभि और प्रदीप बताते है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने और स्लम एरिया में रहने वाली लड़कियों को 10 से 15 दिन तक का बेसिक आत्म रक्षा के गुर सिखाते है. जिससे वो मनचलों के द्वार होने वाली घटना से बच सके. उनका ये अभियान दो साल से लगातार जारी है और इसके तहत अब तक करीब 22 से 25 हजार लड़कियों को वो सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग दे चुके है. जिससे वो ना केवल असामाजिक तत्वों से अपना बचाव कर सके, बल्कि जरूत पडने पर दूसरों भी मदद कर सकती है.

पढ़ें- कोटाः स्वामी विवेकानंद जयंती से पूर्व एबीवीपी ने महाआरती का किया आयोजन

प्रदीप और सुरभि ने पहले अपना ये अभियान जयपुर की सरकारी स्कूलों तक के लिए शुरू किया था, लेकिन अब इनके इस अभियान को लोग पसंद कर रहे है. यही वजह है कि इनके पास जयपुर के अलावा अन्य जिलों की सरकारी स्कूलों से भी ऑफर आ रहे है. प्रदीप ने 2013 में साउथ एशियन गोल्ड मेडल अपने नाम किया था, जबकि सुरभि 2018 में मार्शल आर्ट में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने दर्ज किया है. दोनों अपने हुनर को अपना करियर तो बनाया साथ ही इससे समाज को भी एक दिशा दे रहे है. यूथ डे पर हम इन दोनों युवाओं को सलाम करते है.

Intro:नोट:- वीडियो मोजो से भेजे गए है
यूथ डे स्पेशल
गोल्ड मेडल और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद ये युवा समाज को शिखा रहे है ऐसा हूनर , जिससे मनचलों मिलेगा मुहतोड़ जवाब

एंकर :- हर साल भारत में 12 जनवरी के दिन को युवाओं के लिए समर्पित किया गया है , इस दिन ही स्वामी विवेकानंद का जन्म भी हुआ था , इस साल 2020 में भी इस दिन को पूरे भारत में युवा दिवस के साथ-साथ विवेकानंद की 157 वीं जन्म जयंती के रूप में मनाया जा रहा है , युवा दिवस पर आज हम आप को एक ऐसे युवा ग्रुप से मिलाते है , जिन्होंने गोल्ड मेडल और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद समाज को ऐसा हूनर शिखा रहे है , जिससे मनचलों मिलेगा मुहतोड़ जवाब ...

VO:1:- जयपुर के आदर्शनगर सरकारी स्कूल में लड़कियों को सेल्फ डिफेन्स के ट्रेनिग दे रहे ये है सुरभि और प्रदीप , सुरभि और प्रदीप समाज में आये दिन लड़कियों के साथ होरही छेड छाड़ और दुष्कर्म की घटनों को देखते हुए " # NOWIAMSAFE " के नाम से दो साल पहले एक अभियान शुरू किया था जो आज भी जारी है , इस अभियान के जरिये ये दोनों उन लड़कियों को आत्म रक्षा के गुर शिखाती है , जो पैसे खर्च करके कोचिंग नहीं ले सकती , प्रदीप और सुरभि बताते है उन्होंने जब नेशनल गेम्स में गोल्ड मैडल जीता और जब मार्शल आर्ट की कोचिंग शुरू की जब लगातार लड़कियों के साथ छेड़ खानी और दुष्कर्म की घटनाये सामने आरही थी , उस वक्त उनकी कॉचिंग में आर्थिक रूप से सक्षम लोग अपनी बेटियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के लिए लेकर आरहे है , तो उनके मन ये ख्याल आया कि जयपुर में ऐसी कई लड़कियों हे जो आर्थिक रूप से कमजोर है और वो प्राइवेट कोचिंग नहीं ले सकती , इस लिए उन्होंने तय किया की वो सरकारी स्कूलों और स्लम्स में रहने वाली लड़कियों को निशुक्ल आत्म रक्षा के गुर शिखाएँगे , जिससे वो अपनी आत्मरक्षा कर सके।
बाइट:- प्रदीप राघव - ट्रेनर
बाइट :- सुरभि शर्मा - ट्रेनर
VO:2:- सुरभि और प्रदीप बताते है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने और स्लम एरिया में रहने वाली लड़कियों को 10 से 15 दिन तक का बेसिक आत्म रक्षा के गुर शिखाते है जिससे वो मनचलों दुवरा की जाने वाली घटना से बच सके , उनका ये अभियान दो साल से लगातार जारी है और इसके तहत अब तक करीब 22 से 25 हजार लड़कियों को वो सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग दे चुके है जिससे वो न केवल असामाजिक तत्वों से अपना बचाव कर सके बल्कि जरूत पडने पर दूसरों भी मदद कर सकती है ,
बाइट:- प्रदीप राघव - ट्रेनर
बाइट :- सुरभि शर्मा - ट्रेनर
VO:3:- प्रदीप और सुरभि ने पहले अपना ये अभियान जयपुर की सरकारी स्कूलों तक के लिए शुरू किया था , लेकिन अब इनके इस अभियान लोगों पसंद कर रहे है , यही वजह है कि इनके पास जयपुर के अलावा अन्य जिलों की सरकारी स्कूलों से भी ऑफर आरहे है , प्रदीप ने 2013 में साऊथ एसीएन गोल्ड मैडल अपने नाम किया था , जबकि सुरभि 2018 में मार्शल आर्ट में गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने दर्ज किया है , दोनों अपने हूनर को अपना कॅरियर तो बनाया साथ ही इससे समाज को भी एकदिशा दे रहे है , यूथ डे पर हम इन दोनों युवाओं को सलाम करते है ,
> जयपुर से Etv Bharat के लिए जयपुर से जसवंत सिंह की रिपोर्ट Body:VoConclusion:Vi
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