जयपुर. मौजूदा निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. वहीं नागौर क्षेत्र में तो पार्टी को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है. यह स्थिति तब हैं, जब नागौर में एनडीए सहयोगी दल RLP से सांसद हैं और हाल ही में खींवसर विधानसभा सीट पर भी भाजपा के सहयोग से ही आरएलपी का विधायक बना है.
निकाय चुनाव में बीजेपी की स्थिति सबके सामने हैं, लेकिन आरएलपी के विधायक नारायण बेनीवाल इससे ज्यादा इत्तेफाक नहीं रखते. राजस्थान विधानसभा में आए खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल से जब इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उनका जवाब तो कुछ इसी ओर इशारा कर रहा था. बेनीवाल ने साफ तौर पर कहा कि भाजपा क्यों हारी, क्या कारण रहा, इसके बारे में तो पार्टी से जुड़े पदाधिकारी ही कुछ बोल सकते हैं. लेकिन जब उनसे दोबारा पूछा गया कि नागौर में तो आरएलपी का प्रभाव है और बीजेपी का उसने सहयोग भी किया तो फिर यह परिणाम आखिर कैसे आए.
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इसके बाद नारायण बेनीवाल ने कहा कि हमने पहले ही घोषणा कर दी थी कि आरएलपी निकाय चुनाव नहीं लड़ रही है और ना ही चुनाव में बीजेपी से हमारा गठबंधन था. अब सवाल यही है जब आरएलपी ने निकाय चुनाव नहीं लड़ा, बावजूद इसके भी सांसद हनुमान बेनीवाल बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए बाड़मेर सहित कई स्थानों पर क्यों गए.
वहीं प्रदेश के अन्य स्थानों पर भाजपा का प्रचार करने पहुंचे रालोपा संयोजक हनुमान बेनीवाल खुद अपने ही क्षेत्र में अपने वोट भाजपा को नहीं दिलवा पाए. जिसके कारण मकराना सहित कई स्थानों पर बीजेपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा.