जयपुर. शाहजहांपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों के समर्थन में अब जयपुर के मुस्लिम संगठन भी शामिल हो गए हैं. राजस्थान मुस्लिम फोरम के बैनर तले मुस्लिम संगठन रविवार को किसानों के समर्थन में शाहजहांपुर के लिए रवाना हुए. मुस्लिम संगठनों ने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की.
राजस्थान मुस्लिम फोरम के बैनर तले प्रमुख मुस्लिम संगठनों के लोग मुस्लिम मुसाफिर खाने में जमा हुए. रवाना होने से पहले मुस्लिम संगठन ने मीडिया से भी बात की और अपना पक्ष रखा. राजस्थान मुस्लिम फोरम के सचिव नाजीमुद्दीन ने बताया कि मुस्लिम संगठनों का समर्थन किसानों को पहले से ही है और तब तक रहेगा, जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती है. हम पूरी तरह से किसानों के साथ हैं और पहले भी शाहजहांपुर बॉर्डर होकर आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि एक दल जयपुर से रवाना होगा और एक दल सवाई माधोपुर से रवाना होगा और इनमें महिला और पुरुष दोनों शामिल है.
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जयपुर से किसानों के समर्थन में दो बसों और कुछ कारों में मुस्लिम संगठन के लोग रवाना हुए है. उन्होंने कहा कि राजस्थान मुस्लिम फोरम केंद्र सरकार को आगाह करना चाहता है कि वह जल्द से जल्द किसानों की मांगे मान लें. केंद्र सरकार के देरी करने से किसानों और देश का नुकसान हो रहा है. किसानों को लेकर केंद्र सरकार को अपना रवैया बदलना चाहिए और उसे गरीब मजदूर किसान और बेरोजगारों के लिए काम करना चाहिए. केंद्र सरकार बड़े-बड़े पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है. जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए यह कृषि कानून भी उन्हीं के लिए बनाए गए हैं.
केंद्र सरकार को जिद छोड़ कर किसानों की मांगे मान लेनी चाहिए. कृषि कानूनों को लेकर लोगों में जागृति लाने का काम भी राजस्थान मुस्लिम फोरम लगातार कर रही है. कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट के स्टे को लेकर नाजीमुद्दीन ने कहा कि किसानों की मांग है कि कृषि कानून रद्द किये जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित किया जाए. यह दोनों ही मांगे केंद्र सरकार को माननी चाहिए और कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए.