जयपुर. राजस्थान में नगर निगम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. बुधवार से प्रत्याशियों ने आवेदन करना भी शुरू कर दिया है, लेकिन अब तक दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. बात की जाए कांग्रेस पार्टी की तो कांग्रेस पार्टी ने टिकट वितरण और चुनाव संचालन के लिए आईसीसी की कोऑर्डिनेशन कमेटी बना दी है.
यह कोऑर्डिनेशन कमेटी अपने सहयोगी पर्यवेक्षकों और नगर निगम में आने वाली विधानसभा के नेताओं के साथ मिलकर यह तय करेगी कि चुनाव में किसको टिकट मिलेगा. लेकिन कांग्रेस के नेताओं की ओर से यह शिकायत भी सामने आ रही है कि जब हारे हुए विधानसभा और लोकसभा के प्रत्याशी टिकट तय करेंगे तो फिर बाकी नेताओं के समर्थकों का क्या होगा.
इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस का टिकट चाहने के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रति लॉयल और जीतने की क्षमता रखने वाला नेता चाहिए, ना कि केवल विधायकों, सांसदों या इन पदों पर चुनाव लड़ चुके नेताओं का प्रिय नेता होना. अब कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में एक कदम आगे बढ़ाते हुए जो प्रत्याशी कांग्रेस पार्टी के लिए टिकट चाहते हैं उनके लिए ऑनलाइन आवेदन भी मांगे हैं.
ऑनलाइन आवेदन के लिए प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक लिंक भी जारी किया है, जिस पर प्रत्याशी जो कांग्रेस का टिकट चाहे वह आवेदन कर सकते हैं. ऑनलाइन आवेदन के लिए 23 पॉइंट में प्रत्याशी से उसकी जानकारी मांगी गई है. इन 23 पॉइंट में उसकी पर्सनल जानकारी के साथ ही पहले चुनाव लड़ने, उसके नतीजे और कांग्रेस पार्टी में कब शामिल होने के साथ ही यह भी पूछा गया है कि आप को टिकट क्यों दिया जाए.
कोरोना से बचाव का रास्ता ढूंढ़ा
प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ऑनलाइन आवेदन मांग कर प्रत्याशियों के लिए दुविधा दूर करने के साथ ही कोरोना से बचाव का रास्ता भी ढूंढा है. इसके साथ ही कांग्रेस के नेताओं को जो शिकायत मिल रही थी कि जो नेता विधानसभा चुनाव हार चुके हैं और लोकसभा चुनाव में भी उनके नतीजे भी खराब रहे थे, ऐसे में उनके हाथ में टिकट की कमान देना गलत है.
इसके साथ ही ऐसे प्रत्याशी उस विधानसभा के अन्य नेताओं के साथ जुड़े कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दे रहे हैं. ऐसे में ऑनलाइन आवेदन के जरिए सभी प्रत्याशियों का बायोडाटा प्रदेश कांग्रेस ने अपने पास मंगवा लिया है.