जयपुर. राजस्थान से BJP के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्र स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह और केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है. जिसमें विभिन्न समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकर्षित करते हुए कुछ मांग की है. मीणा ने CM को लिखे पत्र में जहां डिस्कॉम कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर सीएम अशोक गहलोत का ध्यान आकर्षित किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को किरोड़ी लाल मीणा की ओर से लिखे पत्र में एफएमजी मेडिकल छात्रों के समक्ष आ रही समस्याओं का जिक्र किया है. इसी तरह विदेश मंत्री का देश के बाहर अध्ययनरत विभिन्न छात्र छात्राओं की समस्याओं की ओर उनका ध्यान अवगत कराया गया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश के सभी विद्युत निगमों में कार्यरत कर्मचारियों की इंटर डिस्कॉम स्थानांतरण नीति बनाए जाने का आग्रह किया. वहीं तकनीकी कर्मचारियों को मिलने वाले साइकिल भत्ते के बजाय मोटरसाइकिल भत्ता देते हुए इसकी राशि 3500 करने और विद्युत भत्ते के 150 के बजाए 3000 किए जाने की मांग की है.
![MP Kirori Lal Meena, राजस्थान न्यूज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-kirodimeena-photonews-7201261_23092020075809_2309f_00033_871.jpg)
यह भी पढ़ें. आज CM गहलोत करेंगे भूमिगत मेट्रो का उद्धाटन, मानसरोवर से चांदपोल तक दौड़ेगी मेट्रो
साथ ही राज्यसभा सांसद मीणा ने तकनीकी कर्मचारियों की ग्रेड पे 3600 और पदनाम परिवर्तन करने की तरफ भी ध्यान आकर्षित किया. इसी तरह बिजली कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स मानने के बाद भी इनके वेतन में की जा रही कटौती के आदेश को वापस लेने और 5000 हार्ड ड्यूटी भत्ते के रूप में दिए जाने की मांग भी की.
विदेश में पढ़नेवालों छात्रों की समस्या पर किया ध्यान आकर्षित
इसी तरह केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में किरोड़ी लाल मीणा ने विदेशों में अध्ययनरत MBBS सहित अन्य पाठ्यक्रमों में भारतीय छात्र-छात्राओं की मांग की तरफ ध्यान आकर्षित किया.
![MP Kirori Lal Meena, राजस्थान न्यूज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-kirodimeena-photonews-7201261_23092020075803_2309f_00033_511.jpg)
पत्र में लिखा गया है कि कोरोना महामारी के दौर में वंदे भारत मिशन के अंतर्गत केंद्र सरकार ने लगभग सभी छात्रों को सुरक्षित वतन वापसी कराई. कोरोना का प्रभाव वर्तमान में जारी है, ऐसे में निश्चित तौर पर सभी के मन में भय है. इसलिए इन छात्रों और उनके अभिभावकों ने मांग करते हुए कहा है कि विदेशों में स्थित शिक्षण संस्थान अभी कुछ महीने तक ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराए.
यह भी पढ़ें. जन घोषणा पत्र की पूरी की गई घोषणाओं को जनता के सामने रखने की तैयारी में जुटी सरकार
साथ ही परीक्षा आदि भी ऑनलाइन ही करवाया लेकिन विदेशी शिक्षण संस्थान के भारत में स्थित कार्यालय व जनप्रतिनिधि द्वारा वापस जाने का दबाव बनाया जा रहा है. इस मामले में गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए हस्तक्षेप करें और विभिन्न देशों के सरकार से भारत सरकार के स्तर पर प्रभावी तरीके से बातचीत करते हुए इनकी समस्याओं का समाधान कराएं.
स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में एफएमजीई मेडिकल छात्रों के लिए मांग
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह को भी पत्र लिखकर एफएमजीई मेडिकल छात्रों के समक्ष आ रही समस्याओं से अवगत कराया. उसके निस्तारण का आग्रह भी किया. पत्र में मीणा ने लिखा कि 5 साल का मेडिकल कोर्स पूरा कर भारत में सेवा देने हेतु एसएमजीई छात्रों की एमसीआई द्वारा जो परीक्षा ली जाती है, उस में मात्र 10% छात्र ही पास हो पाते हैं. इसलिए वर्तमान परीक्षा पैटर्न का सरलीकरण किया जाना चाहिए. इससे एफएमजी के अधिकतम छात्रों का चयन चिकित्सा सेवा में हो सके.
![MP Kirori Lal Meena, राजस्थान न्यूज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-kirodimeena-photonews-7201261_23092020075809_2309f_00033_332.jpg)
वहीं कोरोना महामारी के चलते पीजी के विद्यार्थियों के लिए योग्यता 50% से घटाकर 30% कर दी गई है. इस क्रम में एफएमजीई के छात्रों के लिए भी योग्यता 30% किया जाना चाहिए. किरोड़ी लाल मीणा ने ये भी लिखा कि लगभग 25000 FMGE चिकित्सक देश में सेवा देने के लिए तत्पर है. इनका उपयोग कोरोना के संकट काल में किया जाना चाहिए. दिसंबर 2019 एफएमजीई और भविष्य में होने वाली परीक्षाओं को इसमें शामिल किया जाना चाहिए.