जयपुर. हनुमान बेनीवाल ने इस मामले में वक्तव्य जारी कर कहा कि आरएलपी के विधायक इस मसले को राजस्थान विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाएंगे. बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी विधायकों के स्थगन प्रस्ताव पर बोलने की अनुमति नहीं मिली. लेकिन सदन में इस विषय पर न तो भाजपा और न ही कांग्रेस के किसी विधायक ने कोई वक्तव्य दिया, क्योंकि वो पुलिस अधिकारी को बचाने में लगे थे.
आरएलपी संयोजक बेनीवाल ने कहा कि जिस तरह भाजपा और कांग्रेस ने एक राय होकर परिवहन घोटाले को दबाने का प्रयास किया, ठीक उसी तरह पुलिस अधिकारी के इस अश्लील वायरल वीडियो के मामले में भी दोनों पार्टियों ने चुप्पी साधी है. बेनीवाल ने कहा कि पुलिस अधिकारी के वायरल वीडियो में महीनों तक मामले को दबा कर रखने और हीरालाल सैनी को बचाने के प्रयास करने वाले पुलिस के कुछ अधिकारियों को बर्खास्त करने की जरूरत है.
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क्योंकि इस मामले के तार सीएमओ और पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी लोगों से जुड़े हुए हैं और पूरे प्रदेश की नजरें विधानसभा की तरह है. ऐसे में इस गंभीर मामले को सरकार और विपक्ष द्वारा गठबंधन करके दबाने का प्रयास दुर्भाग्यपूर्ण है.
क्या है वायरल वीडियो मामला...
गौरतलब है कि निलंबित आरपीएस हीरालाल सैनी का एक महिला कांस्टेबल और 6 साल के मासूम के साथ स्विमिंग पूल में अश्लील हरकत करते हुए का 2 मिनट से अधिक का वीडियो वायरल हुआ था. जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने विभागीय जांच का हवाला देते हुए हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल को निलंबित कर दिया था. फिलहाल, कोर्ट ने दोनों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
ऐसे हुआ वायरल...
10 जुलाई को रिसोर्ट के कमरे में मौजूद पुल में पोर्न वीडियो शूट किया गया जिसमें बच्चे के साथ भी अश्लीलता की गई. इस घटना के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन घटना के 17 दिन बाद डीएसपी हीरालाल सैनी और महिला कॉन्स्टेबल के बीच का यह घिनौना सच लोगों के सामने आ गया.
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एसओजी सूत्र (SOG Sources) की मानें तो महिला कांस्टेबल अपने मोबाइल में डीएसपी हीरालाल सैनी और उसके बीच के अनैतिक संबंधों के सभी पोर्न वीडियो और फोटो को छुपाने के लिए एक फोल्डर बनाने का प्रयास कर रही थी. लेकिन गलती से वह वीडियो महिला कांस्टेबल के स्टेटस में लग गए. महिला के भाई-भाभी और उसकी दूर की रिश्तेदार ने उसे फोन कर वीडियो के बारे में जानकारी दी. तब महिला कांस्टेबल नए स्टेटस से वीडियो डिलीट कर दिए. लेकिन उसे नहीं मालूम था कि इस दौरान और भी लोगों ने उसके स्टेटस को ना केवल देखा बल्कि वीडियो को डाउनलोड भी कर लिया.
वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल...
इस बीच महिला कांस्टेबल के पति और उसके रिश्तेदारों ने उस पर तलाक के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया. महिला कांस्टेबल ने उन दो परिचित लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया जिसमें उसने आरोप लगाया था कि उसे वीडियो वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल किया जा रहा है और 10 लाखों रुपए की डिमांड की जा रही है. लेकिन वास्तविकता तलाक पर सहमति का दबाव बनाने की थी.
बनी नहीं बात तो जिन्न निकल आया बाहर!
महिला कॉन्स्टेबल पति को तलाक देने के लिए भी राजी हो गई. आपसी सहमति से कोर्ट में दोनों ने तलाक की अर्जी भी लगा दी. लेकिन मामला बच्चे को पिता की संपत्ति में कोई अधिकार नहीं देने की बात पर बिगड़ गया. इसके बाद पोर्न वीडियो का जिन्न बाहर निकला और सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया. राजस्थान पुलिस की छवि तार-तार होती दिखी, तब महकमे की नींद खुली. आला अधिकारियों ने वायरल पॉर्न वीडियो पर कार्रवाई के निर्देश दिए. जयपुर एसओजी थाने में डीएसपी हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.