जयपुर. आमेर एसडीएम कोर्ट को वापस जिला कलेक्ट्रेट में लाने के लिए वकीलों का आंदोलन लगातार जारी है. आमेर एसडीएम कोर्ट को जिला कलेक्टर ने आमेर तहसील में स्थानांतरित कर दिया था. जिसको वापस लाने के लिए वकील 54 दिन से लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
दरअसल, वकीलों की मांग है कि, आमेर एसडीएम कोर्ट को वापस जिला कलेक्ट्रेट में शिफ्ट किया जाए. इसी मांग के चलते जयपुर जिला कलेक्ट्रेट परिसर में वकील रोजाना अलग अलग तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. मंगलवार को वकीलों ने सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया था. आमेर एसडीएम कोर्ट को आमेर तहसील में जाने के बाद वकीलों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वकीलों का कहना है कि जब तक एसडीएम कोर्ट जिला कलेक्ट्रेट में नहीं आएगा, तब तक आंदोलन लगातार जारी रहेगा. वकील धरने पर बैठकर नारेबाजी कर रहे हैं और कभी मौन जुलूस, तो कभी सद्बुद्धि यज्ञ, तो कभी सुंदरकांड के पाठ करके अलग-अलग तरीकों से अपनी मांगे मनवाने का प्रयास कर रहे हैं.
अपनी मांगों को लेकर वकील जिला कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक ज्ञात ज्ञापन भी दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही. वकीलों का कहना है की आमेर एसडीएम कोर्ट को आमेर तहसील में स्थापित करने से लोगों को अपने काम के लिए शहर का चक्कर काटकर आमेर तक जाना पड़ रहा है. वहीं, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ. सुनील शर्मा ने बताया कि, आमेर एसडीएम कोर्ट को वापस जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में लाने के लिए 54 दिन से लगातार आंदोलन चल रहा है. वकील आम जनता को साथ लेकर न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करके धरने पर बैठे हुए है. आमेर एसडीएम कोर्ट को कलेक्ट्रेट से आमेर तहसील में स्थानांतरित करना जनता के विरुद्ध है इसको वापस लाना चाहिए.