जयपुर. अपहरण के मामले में पुलिस ने महज कुछ घंटों में ही मां और बेटी को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल बरामद किया. पुलिस ने आरोपियों का पीछाकर जयसिंहपुरा खोर इलाके से दबोचा है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस ने मंगलवार रात को आरोपियों के कब्जे से मां और बेटी को छुड़वाया है. हालांकि आपसी लेनदेन के चलते दो महिलाओं और दो पुरुषों के द्वारा वारदात को अंजाम देने की बात भी सामने आ रही है. आरोपियों ने पीड़ित पक्ष को उधार रुपए दिए थे, जिसके लेनदेन को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया गया.
बता दें कि आरोपियों ने महिला के पति को फोन कर रुपए लेकर जयसिंहपुरा खोर बुलाया. घबराए पति ने कोतवाली थाना पुलिस को मामले की सूचना दी, जिसके बाद कोतवाली थाना पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर आरोपियों को दबोच लिया और मां-बेटी को आरोपियों के चंगुल से सकुशल मुक्त करवाया है. फिलहाल, कोतवाली थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
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कोतवाली थाना अधिकारी यशवंत सिंह ने बताया कि रात में करीब 1 बजे पीड़ित रामचंद्र टेकवानी ने कोतवाली थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उनकी बेटी और पत्नी चांदपोल बाजार में सुबह खरीदारी करने आई थी. उसके बाद दोनों ही वापस घर नहीं पहुंची और रात को करीब 9:30 बजे किसी का फोन आया. फोन करने वालों ने कहा कि रुपए दे जाओ और पत्नी व बेटी को ले जाओ. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया. पुलिस की चार टीमें अलग-अलग इलाकों में भेजी गई और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया.
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पीड़ित की बेटी का फोन अपहरणकर्ता बार-बार स्विच ऑफ कर रहे थे. मोबाइल ऑन करके केवल इतनी ही बात होती कि रुपए लेकर कहां पहुंचे और कहां पर पहुंचना है. पुलिस ने मोबाइल लोकेशन को ट्रैस करते हुए अपहरणकर्ताओं की जानकारी जुटाई. जयपुर के जयसिंहपुरा खोर में लोकेशन होना पाया गया. पुलिस की टीमें जयसिंहपुरा खोर में पहुंची. पुलिस ने मां और बेटी को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़वाया और आरोपियों को हिरासत में लिया. मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें ब्रजराज सिंह, मोहनलाल, विष्णु कंवर और बबीता जैन को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने मां और बेटी को जबरन बंधक बनाए रखा और लिखा पढ़ी भी करवाई. गिरफ्तार आरोपियों का कहना है कि रुपयों के लेनदेन का मामला था. रुपयों की वसूली के लिए ही मां-बेटी को लेकर गए थे. लेकिन आरोपियों के द्वारा किया गया कृत्य अपराधिक है, जिन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है.