ETV Bharat / city

Bank Strike: 35 हजार से ज्यादा बैंक कर्मचारी हड़ताल पर, करीब 20 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित

निजीकरण (Privatization) के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से सरकारी बैंकों में हड़ताल का आज यानी मंगलवार को दूसरा दिन है. बैंक बंद (Today Bank Strike) रहने के कारण पैसा निकालने और जमा करने, चेक क्लीयरेंस और ऋण मंजूरी जैसी सेवाओं पर असर पड़ा है.

जयपुर न्यूज  राजस्थान न्यूज  जयपुर हिंदी न्यूज  राजस्थान लेटेस्ट न्यूज  Bank workers protest against privatization in Jaipur  Jaipur News  Rajasthan latest news  Nationwide strike of banks  nationwide strike of banks
बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल जारी
author img

By

Published : Mar 16, 2021, 4:06 PM IST

Updated : Mar 16, 2021, 7:44 PM IST

जयपुर. देश भर के बैंक कर्मी निजीकरण के विरोध में उतर गए हैं. इसी के चलते बैंकों में मंगलवार को दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रही. प्रदेश में करीब-करीब 36 हजार बैंक कर्मी इस हड़ताल में शामिल हुए. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दो दिन तक चले इस हड़ताल के दौरान करीब 20 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा.

बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल जारी

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर पूरे देश में बैंकों के निजीकरण का विरोध बैंक कर्मी कर रहे हैं. इसी के तहत जयपुर के अंबेडकर सर्किल पर स्थित बीमा निधि भवन पर बैंक कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक महेश मिश्रा ने बताया, केंद्र सरकार बैंकों के निजीकरण की बात कह रही है. ऐसे में बैंक कर्मचारियों में इसे लेकर काफी असंतोष है और बैंक कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.

यह भी पढ़ें: चित्तौड़गढ़ में निजीकरण के खिलाफ बैंकों में रही हड़ताल, दिया धरना

महेश मिश्रा ने बताया, हड़ताल के दौरान सरकार के प्रतिनिधियों से उनकी वार्ता हुई. लेकिन किसी भी तरह का संतोषजनक जवाब सरकार की ओर से नहीं मिल पाया. इसी के चलते मंगलवार को दूसरे दिन भी बैंकों में हड़ताल है. हालांकि, प्राइवेट क्षेत्र के बैंकों को छोड़कर लगभग सभी बैंक इस हड़ताल में शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: श्रीगंगानगर में हड़ताल पर रहे बैंक कर्मचारी, बैंकों के निजीकरण का विरोध

करोड़ों का लेन-देन अटका

बता दें कि, दो दिन तक चली इस हड़ताल के दौरान बैंकों में करीब करोड़ों रुपए का लेन-देन अटक गया है. ऐसे में जो चेक क्लीयरिंग के लिए डाले गए थे. वह अभी तक क्लियर नहीं हो पाए हैं. ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि इस दौरान करीब पूरे प्रदेश में 20 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है. हालांकि, इस दौरान प्रदेश भर के करीब 15 हजार एटीएम भी प्रभावित होने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन आनन-फानन में एटीएम के अंदर पैसों की व्यवस्था बैंक की ओर से की गई है.

जयपुर. देश भर के बैंक कर्मी निजीकरण के विरोध में उतर गए हैं. इसी के चलते बैंकों में मंगलवार को दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रही. प्रदेश में करीब-करीब 36 हजार बैंक कर्मी इस हड़ताल में शामिल हुए. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दो दिन तक चले इस हड़ताल के दौरान करीब 20 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा.

बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल जारी

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर पूरे देश में बैंकों के निजीकरण का विरोध बैंक कर्मी कर रहे हैं. इसी के तहत जयपुर के अंबेडकर सर्किल पर स्थित बीमा निधि भवन पर बैंक कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के संयोजक महेश मिश्रा ने बताया, केंद्र सरकार बैंकों के निजीकरण की बात कह रही है. ऐसे में बैंक कर्मचारियों में इसे लेकर काफी असंतोष है और बैंक कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.

यह भी पढ़ें: चित्तौड़गढ़ में निजीकरण के खिलाफ बैंकों में रही हड़ताल, दिया धरना

महेश मिश्रा ने बताया, हड़ताल के दौरान सरकार के प्रतिनिधियों से उनकी वार्ता हुई. लेकिन किसी भी तरह का संतोषजनक जवाब सरकार की ओर से नहीं मिल पाया. इसी के चलते मंगलवार को दूसरे दिन भी बैंकों में हड़ताल है. हालांकि, प्राइवेट क्षेत्र के बैंकों को छोड़कर लगभग सभी बैंक इस हड़ताल में शामिल हैं.

यह भी पढ़ें: श्रीगंगानगर में हड़ताल पर रहे बैंक कर्मचारी, बैंकों के निजीकरण का विरोध

करोड़ों का लेन-देन अटका

बता दें कि, दो दिन तक चली इस हड़ताल के दौरान बैंकों में करीब करोड़ों रुपए का लेन-देन अटक गया है. ऐसे में जो चेक क्लीयरिंग के लिए डाले गए थे. वह अभी तक क्लियर नहीं हो पाए हैं. ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि इस दौरान करीब पूरे प्रदेश में 20 हजार करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है. हालांकि, इस दौरान प्रदेश भर के करीब 15 हजार एटीएम भी प्रभावित होने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन आनन-फानन में एटीएम के अंदर पैसों की व्यवस्था बैंक की ओर से की गई है.

Last Updated : Mar 16, 2021, 7:44 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.